रायपुर। नवा रायपुर में बनने वाले थोक व्यवसायिक बाजार(कमर्शियल हाई स्ट्रीट) के लिए सोमवार को नवा रायपुर-अटल नगर स्थित एनआरडीए के दफ्तर में भू-उपयोग परिवर्तन के दावा-आपत्ति पर सुनवाई हुई। कुल 258 दावा-आपत्तियों में से 200 से अधिक किसानों के दावा-आपत्तियों का निराकरण किया गया।
आवास एवं पर्यावरण, एनआरडीए के आला अधिकारियों की मौजूदगी में प्रभावित किसानों और अन्य लोगों की दावा आपत्तियों पर सुनवाई हुई। दावा-आपत्तियों में किसानों को नवा रायपुर में बनने वाले थोक व्यवसायिक बाजार और इसके महत्वपूर्ण उपयोग के बारे में बताया गया। बैठक में आवास एवं पर्यावरण विभाग के विशेष सचिव जनक पाठक, संयुक्त सचिव जितेंद्र शुक्ला, एनआरडीए की सीईओ किरण कौशल, महाप्रबंधक (भूमि) प्रेम पटेल व अन्य किसान उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि नवा रायपुुर में बसाहट के लिए औद्योगिक, व्यवसायिक व आमोद-प्रमोद की गतिविधियों का विकास आवश्यक है। प्रथम चरण में लगभग 100 एकड़ भूमि को चिन्हांकित किया गया है। नवा रायपुर के सेक्टर, 23,24,35 और सेक्टर-40 में राज्य सरकार के सहमति के बाद थोक व्यवसायिक बाजार प्रस्तावित है। इसे एशिया का सबसे बड़े कमर्शियल हाई स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे राज्य में आर्थिक गतिविधियों में उत्तोत्तर प्रगति के साथ ही रायपुर शहर के भीतर संंचालित थोक बाजारों के स्थानांतरण के बाद यातायात समस्या से भी राहत मिलने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने थोक व्यवसायिक बाजार के लिए बजट में अधोसंरचना निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपये की राशि भी स्वीकृत की है। इस संबंध में जिला योजना समिति ने 10 जनवरी 2023 को अनुमोदन भी प्राप्त कर लिया गया है।