रायपुर. छत्तीसगढ़ी लोकप्रिय अभिनेत्री एवं केश कला बोर्ड की प्रथम अध्यक्ष मोना सेन को आज गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया. मोना सेन ने बेटियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेश की जनता से संकल्प पत्र भरवाने की अपील की थी. द मोना सेन डॉट कॉम के माध्यम से 4 से 9 मई को 5 बजे तक 60 हजार से अधिक लोगों ने अपनी बेटियों के लिए ऑनलाइन संकल्प पत्र प्रस्तुत किए थे.
मोना सेन ने कहा कि बेटी है तो दुनिया है, इन्हे नये सफर का मौका दो, इस पंच लाइन पर उन्होंने इस अभियान की शुरुआत की थी. बेटियों का समाज में महत्त्व को घर-घर पहुंचाने, उन्हें आगे बढ़ाने का अवसर दिलाने, छत्तीसगढ़ के कोने-कोने तक जागरूकता अभियान की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. उन्होंने यह भी कहा कि आज भी छत्तीसगढ़ में लड़की और लड़का में अंतर किया जाता है. बहन, बेटी, पत्नी और मां के रूप में जब हम उनकी भूमिका को देखते है तो उनके प्रति मन में काफी सम्मान बढ़ जाता है, लेकिन अपेक्षाकृत उनको आगे बढ़ाने के लिए होने वाला प्रयास नगण्य है. बस इसी जागरूकता को छत्तीसगढ़ के घर-घर तक पहुंचाना उनकी मुहिम का हिस्सा है.
मोना सेन ने कहा, माता-पिता का यह सपना होता है कि उनके बच्चे पढ़ लिख कर बड़ा बने. हम जब बेटियों की शिक्षा, संस्कार की बात करते है तो पूरे परिवार एवं समाज को शिक्षित व संस्कारित करने की बात होती है. उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरान उन्हें सम्पूर्ण प्रदेश के अनेक कार्यक्रमों में अतिथि के रूप में जाने का मौका मिलता तब वे हर मंच में बेटियों के लिये भविष्य उज्ज्वल बनाने की बात जरूर करती है. ऐसे में चलाए गए अभियान को लोगों ने खूब सराहा.
मोना सेन की इस नेक मुहिम से लोग भारी संख्या में जुड़ते चले गये और आज बेटियों के सर्वांगीण विकास की इस संकल्प यात्रा में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया है. गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के एशिया हेड डॉ मनीष विश्नोई एवं उनकी टीम ने सम्पूर्ण जांच के बाद यह रिकॉर्ड मोना सेन को प्रदान किया है.
मनीष विश्नोई ने कहा कि इस तरह का यह पहला अभियान है, जिसमें इतने सारे लोगों ने हिस्सा लिया. मोना सेन इस सफलता का श्रेय अपनी मां, परिवार, अपनी पूरी टीम और सम्पूर्ण प्रदेशवासियों को देती है, जिन्होंने इतनी बड़ी संख्या में संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि यह मुहिम निरंतर आगे भी जारी रहेगा.