रायपुर। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोट का प्रचलन बंद करने का ऐलान क्या किया हल्ला मच गया। बैंक अब दो हजार के नए नोट नहीं देगा। जो पुराने हैं उन्हे बदलने के लिए 23 मई से 30 सितंबर तक चार माह का समय दिया गया है.
जो कि पर्याप्त है। वैसे एक बात साफ है कि आम लोगों के पास नहीं मिलेगा 2 हजार का नोट। उच्च वर्ग के लोगों के पास ही है,लेकिन सोशल मीडिया में ऐसा माहौल बना दिए कि जैसे नोटबंदी हो गई है। दूसरी नोटबंदी तो कतई नहीं मान सकते। बैंकों में पर्याप्त काउंटर लगाने का निर्देश है,वहीं यह भी स्पष्ट है कि नोट अमान्य नहीं किया गया है। हां ..यह कहा जा सकता है कि 20 हजार की जो लिमिट है उसे बढ़ाया जाना चाहिए। उनके लिए जिनके पास जीएसटी नंबर है इससे व्यापारिक तबके को राहत मिलेगी। जब डिजिटल पैमेंट को बढ़ावा देने की बात करते हैं तो ऐसे नोटों के प्रचलन बंद करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। विभिन्न सेक्टर के लोगों से जब रायशुमारी की गई तो उनका भी मानना है कि इसे नोटबंदी नहीं कह सकते हैं और न ही कोई फर्क पड़ेगा।