अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों ने बनिहाल रामबन की खारी तहसील में, 15-20 साल पहले पाकिस्तान जाने और नेपाल के रास्ते केंद्र शासित प्रदेश में लौटने वाले आतंकवादियों, मारे गए आतंकवादियों, आतंकवादियों से सहानुभूति रखने वालों, समर्थकों और अन्य संदिग्ध व्यक्तियों के घरों पर छापेमारी की.
अधिकारियों ने कहा कि दिन भर चले अभियान के दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया.
बता दें कि जम्मू कश्मीर का 2019 में विशेष राज्य का दर्जा समाप्त किए जाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद से यह जम्मू और कश्मीर में पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है. श्रीनगर में होने वाली बैठक में जी20 देशों के लगभग 60 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है. पहले यह उम्मीद की जा रही थी कि बैठक में 100 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे.