कांग्रेस और टीएमसी समेत 19 दलों ने संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का किया बहिष्कार

नई दिल्ली: विपक्ष के 19 दलों ने बुधवार को ऐलान किया कि वे नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का सामूहिक रूप से बहिष्कार करेंगे. आज कांग्रेस पार्टी ने समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों का बयान जारी करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दरकिनार करना न केवल महामहिम का अपमान है बल्कि लोकतंत्र पर भी हमला है. कांग्रेस के अलावा टीएमसी, एनसीपी, सपा, उद्धव गुट की शिवसेना, आम आदमी पार्टी, झामुमो, DMK, जेडीयू और RJD, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कुल 19 पार्टियों की तरफ से बहिष्कार की घोषणा कर दी गई है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि हर मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए. शाह ने कहा, ”राजनीति को इसके साथ मत जोड़िए. एक बड़ी भावनात्मक प्रक्रिया है कि पुरानी परंपराओं से नए भारत को जोड़ने की. इसको इतने ही सीमित अर्थ में देखना चाहिए. राजनीति अपनी जगह चलती है. सब अपनी सोचने की क्षमताओं के अनुसार रिएक्शन देते हैं और काम करते हैं.”

शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अवसर पर प्रधानमंत्री 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे. उन्होंने कहा कि नया संसद भवन प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता का प्रमाण है, जो नए भारत के निर्माण में हमारी सांस्कृतिक विरासत, परंपरा और सभ्यता को आधुनिकता से जोड़ने का एक सुंदर प्रयास है.

विपक्ष ने कहा, “राष्ट्रपति न केवल भारत में राज्य का प्रमुख होता है, बल्कि संसद का एक अभिन्न अंग भी होता है. राष्ट्रपति संसद सत्र बुलाते हैं, उसे संबोधित करते हैं और सत्रावसान करते हैं. संक्षेप में, राष्ट्रपति के बिना संसद कार्य नहीं कर सकती है. फिर भी, प्रधानमंत्री ने उनके बिना नए संसद भवन का उद्घाटन करने का निर्णय लिया है.”
कौन सी पार्टियां संसद भवन के उद्घाटन में नहीं जाएगी?

कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (द्रमुक), जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) और राष्ट्रीय लोकदल ने संयुक्त रूप से बहिष्कार की घोषणा की है.

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