इंफाल: मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर 3 मई से हिंसा जारी है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चार दिन के दौरे पर सोमवार रात मणिपुर पहुंचे. गृहमंत्री दिल्ली से एक विशेष विमान से इंफाल के बीर टीकेंद्रजीत इंफाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे. इसके बाद उनकी बैठकों का दौर शुरू हो गया. गृहमंत्री ने इंफाल में राज्य के मंत्रियों से मुलाकात की. उनके राज्यपाल से मिलने की भी संभावना है. सोमवार को शाह के दौरे से पहले सेना ने 25 हथियारबंद उग्रवादियों को पकड़ा, जो इंफाल में घरों को जलाने की कोशिश कर रहे थे.
गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर में हालात का आकलन करने और सामान्य स्थिति बहाल करने की योजना बनाने के लिए मंगलवार को कई दौर की बैठक कर सकते हैं. वह बुधवार को संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित कर सकते हैं. साथ ही राज्य में जारी हिंसा पर नियंत्रण के लिए कदमों की घोषणा कर सकते हैं. मणिपुर के लोगों को भी शाह के दौरे से शांति बहाल होने की उम्मीद है.
हिंसा भड़कने के बाद अमित शाह की पहली मणिपुर यात्रा
मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से शाह की यह राज्य की पहली यात्रा है. मणिपुर के दोनों समुदाय- मैतेई और कुकी के प्रतिनिधि भी मान रहे हैं कि शाह के दौरे से बातचीत का रास्ता निकल सकता है. बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी, दोनों ही समुदायों ने इंफाल सहित कई अन्य जिलों की सड़कों पर शाह के स्वागत में पोस्टर और बैनर लगाए हैं.
आर्मी चीफ मनोज पांडे भी मणिपुर में
अमित शाह के दौरे से पहले आर्मी चीफ मनोज पांडे भी मणिपुर पहुंचे. उन्होंने रविवार को सीएम एन बीरेन सिंह के साथ बैठक की। इस दौरान एन बीरेन सिंह ने बताया कि 3 मई से अब तक 40 उग्रवादी मारे जा चुके हैं.
रविवार को 40 लोगों का एनकाउंटर
मणिपुर में 26 दिनों से जारी हिंसा के बीच पुलिस ने रविवार तक 40 लोगों का एनकाउंटर भी किया. राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने इन एनकाउंटर की पुष्टि की. उन्होंने एनकाउंटर में मारे गए लोगों को ‘मिलिटेंट’ यानी आतंकवादी बताया है. सीएम ने कहा- ‘ये लोग आम नागरिकों के खिलाफ एम-16, एके-47 असॉल्ट राइफलों और स्नाइपर गन का इस्तेमाल कर रहे हैं.’ राज्य में हिंसा के चलते अब तक करीब 80 लोगों की जान गई है.
क्यों हो रहा प्रदर्शन?
दरअसल, राज्य में मैतेई समुदाय को एसटी (ST) का दर्जा देने के खिलाफ प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं हो रही हैं. मणिपुर में कुकी जनजाति के लोग मैतेई समुदाय को एसटी का दर्जा देने के खिलाफ 3 मई से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. चूराचांदपुर में 3 मई की रात प्रदर्शन के दौरान दोनों समुदाय के लोग एक-दूसरे से भिड़ गए थे. चूराचांदपुर में ही 4 मई को सीएम एन बीरेन सिंह का एक कार्यक्रम तय था. इसकी तैयारियों को लेकर मंच और पंडाल लगाए गए थे, जिसे प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया.
अब तक 40 हजार लोगों का पलायन
हिंसक घटनाओं के बाद हालात बिगड़ते गए. केंद्र सरकार को राज्य में सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात करना पड़ा. कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया, जो अब तक जारी है. 31 मई तक इंटरनेट भी बैन कर दिया गया है. हिंसक घटनाओं के बाद से अब तक 40 हजार लोग पलायन कर चुके हैं.