रायपुर. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भाजपा नेत्रिया शराबबंदी को लेकर जो बयान बाजी और प्रदर्शन कर रही है वह मात्र दिखावा है भाजपा के राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने अपने बयान में इसे स्वीकार किया था यदि भाजपा की सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो शराबबंदी नहीं करेगी यह कैसा दोहरा चरित्र है भाजपा की नेत्री ओं का। शराबबंदी के लिए इधर दिखावा और ढकोसला कर रही है लेकिन भाजपा के नेत्री वास्तविकता में शराब बंदी के पक्ष में नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि राज्य सरकार भूपेश बघेल की सरकार की मंशा है कि प्रदेश में शराबबंदी हो लेकिन नोटबंदी की तरह शराबबंदी नहीं कर सकते इसलिए पूरी योजनाबद्ध तरीके से राज्य सरकार काम कर रही है विभिन्न समाज में जनता के बीच जाकर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और इस शराबबंदी को लेकर राज्य सरकार ने कमेटी बनाई और इस कमेटी में भाजपा के विधायक को शामिल होने के लिए निवेदन किया गया लेकिन शराबबंदी के कमेटी में विपक्ष के विधायक शामिल नहीं हुए क्यों इसका जवाब छत्तीसगढ़ के जनता को देना चाहिए भाजपा के नेताओं को। शराबबंदी की जो कमेटी है जिन जिन राज्यों में शराबबंदी किया हैं वहां जाकर वास्तविक स्थिति की पता लगा रहे हैं। गुजरात में शराबबंदी सिर्फ कागजों में है वहां तो और अधिक शराब की तस्करी की जाती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि रमन सिंह की सरकार 15 साल से छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता को शराब के नशे में ढकेलने का काम किए हैं इसीलिए तो पूर्वती रमन सिंह सरकार सारे नियम कानून को किनारे रखकर स्वयं शराब बेचने का निर्णय लिए शराब की खपत में 2016 में छत्तीसगढ़ ने गोवा को भी पीछे कर दिया था। 4400 करोड़ से अधिक भाजपा के नेताओं ने शराब घोटाले किए हैं और आगे भी भाजपा के नेता नहीं चाहते कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी हो।