रायपुर। नयापारा सुन्नी हनफी मस्जिद मे मुतवल्ली के लिए कल 2 जुलाई को नामांकन फार्म सुबह 12 से शाम 6 बजे तक वितरित किया जायेगा । मुतवल्ली चुनाव लडने के ख्वाहिश मंद हजरात 10 हज़ार रुपया नगद जमा कर फॉर्म ले सकते हैं। जिसकी रसीद चुनाव समिती देगी और फार्म लेने की रकम वापस नही होगी। इस पैसे का चुनाव कमेटी चुनावी खर्च में इस्तेमाल करेगी। चुनाव समिति के संयोजक सहायक ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शोएब अहमद खानसे मोबाइल में हुई चर्चानुसार उन्होंने बताया कि अगर कोई मौजूदा मुतवल्ली चुनाव लडना चाहता है तो उसे राज्य वक्फ बोर्ड से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना होगा। इसी तरह कोई भी उम्मीदवार जिस मस्जिद में चुनाव लडना चाहता है उसके रिश्तेदार अगर उसी मस्जिद की प्रापर्टी में किरायेदार है तो ऐसा शख्स चुनाव लडने के पात्र नही होगा। उसकी पूरी जानकारी वक्फ लीज रूल्स 2014 में बताया गया है जिसका अध्ययन कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के चेयरमेन सेवानिवृत्त न्यायाधीश जनाब मिनहाजुद्दीन साहब के निर्देशानुसार सभी मस्जिदों में जहां मुतवल्ली चुनाव होना है वहां पर प्रजातांत्रिक तरीके से ही चुनाव होगी। पहले लोग हाथ उठाकर अपने लोगों को चुन लेते थे अब ऐसा नही होगा। सभी लोगों को मौका मिलेगा। चुनाव पूरे तरीके से पारदर्शी होगा। इसके लिए वक्फ बोर्ड द्वारा चुनाव संचालन समिति भी बनाया गया है।
चुनाव संचालन समिति के संयोजक सहायक ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शोएब अहमद खान के साथ छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के सदस्य जनाब सैय्यद रियाज़ अहमद खान भी लगातार तीनों मस्जिदों के चुनाव कार्यालय में पहुंचकर जायजा भी ले रहे हैं।
संयोजक चुनाव समिती में सहायक ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शोएब अहमद खान के आलावा उप पुलिस अधीक्षक रेल्वे सैय्यद नसीम अख्तर और उप पुलिस अधीक्षक एसीबी फरहान कुरैशी भी शामिल हैं।
संयोजक जनाब शोएब खान ने बताया कि बोर्ड के गाईड लाईन के मुताबिक हज़रत फतेह शाह मस्जिद में 9 जुलाई और मौदहापारा मस्जिद में 16 जुलाई को और नयापारा मस्जिद में 23 जुलाई को मुतवल्ली चुनाव होना है।
गौरतलब है कि शहर की कई मस्जिदों में शोएब अहमद खान की टीम ने सफलता पूर्वक मुतवल्ली चुनाव बिना किसी विवाद के करा चुके हैं। कुशल प्रशासक किसी संस्था के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण होता है। उनके अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों ने अपने उत्तरदायित्व को बखूबी निभाया है। कितना भी जटिल कार्य हो शोएब अहमद खान ने वक्फ बोर्ड की गरिमा और सम्मान को ध्यान में रखते हुए गंभीरता पूर्वक निभाया है। उन्होंने ईमानदारी पूर्वक मुतवल्ली चुनाव का कार्य संपन्न कराया है। सही मायने में उन्होंने और उनकी टीम ने ईमानदारी से कार्य कर वक्फ बोर्ड का भरोसा जीता है। वे कानून कायदे के पक्के, स्पष्टवादी और निष्पक्ष भी माने जाते हैं।