रायपुर. गंगा मैय्या के क्षेत्र से आने वाले राजनाथ सिंह ने रमन सिंह के बहकावे में आकर कांग्रेस के घोषणा पत्र को गंगाजल की सौंगध से जोड़कर गंगा मैय्या का अपमान किया है। राजनाथ सिंह अपने झूठ के लिये माफी मांगे। राजनैतिक स्वार्थ के लिये भाजपा के नेता हिन्दू धर्म की मान्यताओं का मखौल उड़ा रहे है यह इनके ढोंगी चरित्र का परिचायक है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस ने अपने पूरे जनघोषणा पत्र के लिये गंगाजल की शपथ नहीं लिया था। कांग्रेस ने सिर्फ किसानों की कर्ज माफी के लिए गंगा जल को हाथ में लेकर प्रेस के सामने प्रतिज्ञा किया था। इसकी भी जरूरत इसलिए पड़ी थी क्योंकि कांग्रेस के कर्ज माफी के वायदे पर भाजपा ने झूठा भ्रम फैलाया था। कांग्रेस नेताओं ने कहा था राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के दस दिनों के अंदर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मात्र तीन घण्टे के अंदर किसानों का कर्ज माफ कर दिया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र के सभी वायदों को गंगा जल की शपथ से जोड़ कर राजनाथ सिंह और भाजपा गंगाजल का न सिर्फ अपमान कर रहे गंगा जल की महत्ता का मखौल भी उड़ा रहे है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किसानों का धान 2500 में खरीदने का वायदा किया था जिसे छत्तीसगढ़ के किसानों ने शाश्वत सत्य माना था। कांग्रेस और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी किसानों से किये वायदे को पूरी निष्ठा से निभाया है। सन 2018 में किसानों के धान की खरीदी 2500 में की गई। सन 2019 में भाजपा और उसके केंद्र सरकार के तमाम अड़ंगे बाजी के बावजूद किसानों के धान की खरीदी 2500 में करने के वायदे को पूरा करने राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू किया गया।
शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस के लिये उसका घोषणा पत्र पावन ग्रंथ है भले ही हमने गंगाजल किसान कर्जमाफी के लिये उठाया था लेकिन कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के जनघोषणा पत्र 95 प्रतिशत से अधिक वायदों को पूरा कर दिया है। भाजपा के 15 साल धोखे वायदा खिलाफी का था कांग्रेस सरकार के साढ़े 4 साल वायदा निभाने और कमिटमेंट पूरा करने का है।