रायपुर. छत्तीसगढ़ में भाजपा काे सत्ता में वापस लाने का जिम्मा केंद्रीय मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने खुद उठा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा से पहले अचानक राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 5 और 6 जुलाई को रायपुर का दौरा बना है। इसको हालांकि प्रधानमंत्री की सभा से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन यहां पर मामला दूसरा है। दरअसल छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार वापस बनाने के लिए रणनीति बनाने का बड़ा जिम्मा केंद्रीय गृह मंत्री को दिया गया है। इसी वजह से उनका दौरा हो रहा है। इस दौरे में प्रदेश के दिग्गज नेताओं के साथ चुनावी रणनीति बनेगी। यही नहीं केंद्रीय गृह मंत्री का अब चुनाव तक लगातार छत्तीसगढ़ आना होता रहेगा।
भाजपा इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में हर हाल में जीत प्राप्त कर वापस सत्ता में आना चाहती है। यही वजह है कि भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं का लगातार छत्तीसगढ़ का दौरा हो रहा है। भिलाई में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, बिलासपुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांकेर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की सभा के बाद रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 7 जुलाई को आम सभा हो रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन ने छत्तीसगढ़ में भाजपा की वापसी के लिए तय किया है कि यहां पर चुनावी रणनीति बनाने का काम राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह करेंगे। यही वजह है कि उनका पहला दौरा 5 और 6 जुलाई को हो रहा है। इस दौरे का अभी पूरा कार्यक्रम तय नहीं हुआ है, लेकिन भाजपा के जानकार सूत्रों का साफ कहना है, श्री शाह का दौरा श्री मोदी की सभा से हटकर है और वे यहां पर चुनावी रणनीति बनाने के लिए आ रहे हैं। यही नहीं 5 और 6 जुलाई के दो दिनों के दौरे के बाद उनका यहां पर लगातार दौरा रहेगा और वे चुनावी रणनीति काे लेकर लगातार यहां के दिग्गज नेताओं से बात करेंगे और देखेंगे कि जो रणनीति बन रही है, उस पर क्या काम हो रहा है। श्री शाह के आने के एक दिन पहले प्रदेश प्रभारी ओम माथुर रायपुर पहुंचेंगे। सह प्रभारी नितिन नवीन भी आएंगे। श्री शाह के साथ बैठक में कौन-कौन रहेंगे और वे किनकी-किनकी कब बैठक लेंगे, यह सब उनके आने के एक दिन पहले तय होगा।