नई दिल्ली. इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जॉनी बेयरेस्टो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज 2023 के दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 10 रन बनाकर जिस तरह से आउट हुए, उसको लेकर काफी ज्यादा विवाद हो रहा है। बेयरेस्टो को लगा था कि गेंद डेड हो गई है और वह क्रीज के बाहर खड़े होकर अपने कप्तान बेन स्टोक्स के साथ बातचीत करने लगे, तभी ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने उन्हें स्टंपिंग आउट कर दिया। इस पूरी घटना के बाद से फैन्स को महेंद्र सिंह धोनी याद आ गए हैं। इतना ही नहीं करीब 13 साल पुराना एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें धोनी ने कप्तान के तौर पर इंग्लैंड के बल्लेबाज इयान बेल के खिलाफ अपील वापस ली थी। बेयरेस्टो को जिस तरह से एलेक्स कैरी ने स्टपिंग आउट किया, कई क्रिकेट फैन्स से इसे खेलभावना के खिलाफ मान रहे हैं। इंग्लैंड को लॉर्ड्स टेस्ट में 43 रनों से हार का सामना करना पड़ा और इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 2-0 की बढ़त भी बना ली है।
खुद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मैच के बाद कहा कि अगर वह पैट कमिंस की जगह होते, तो इस तरह के आउट की अपील वापस ले लेते। क्रिकेट में हमेशा से इस बात की चर्चा होती रही है कि क्रिकेट के नियम क्या खेलभावन से ऊपर हैं। जैसे क्रिकेट में माकंडिंग रनआउट नियम के तहत आता है, लेकिन इसे खेलभावना के विपरीत माना जाता है। धोनी के जिस किस्से की यहां चर्चा हो रही है, वह 2011 का है, जब भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी और धोनी उस समय तीनों फॉर्मेट के कप्तान थे।
टी ब्रेक से ठीक पहले ईयान बेल को लगा था कि उन्होंने चौका मारा है, लेकिन गेंद बाउंड्री से पहले रोक ली गई थी। जिसके बाद उन्हें रनआउट किया गया। वह स्तब्ध खड़े रहे, जबकि थर्ड अंपायर ने भी उन्हें आउट करार दे दिया था। टी ब्रेक के बाद धोनी ने अपील वापस लेते हुए ईयान बेल को बैटिंग के लिए दोबारा बुला लिया था। धोनी के इस फैसले की बहुत तारीफ हुई थी।
लॉर्ड्स टेस्ट की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 416 रन बनाए, जवाब में इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 325 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में 279 रनों पर ऑलआउट हो गया और इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रनों का टारगेट मिला। इंग्लैंड की टीम 327 रनों पर ऑलआउट हो गई। बेन स्टोक्स ने दूसरी पारी में 155 रनों की यादगार पारी खेली, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए।