नई दिल्ली: महाराष्ट्र में सियासी ड्रामा जारी है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में अजित पवार की बगावत के बाद एनसीपी पर कब्जे की लड़ाई है. एनसीपी में बगावत के चौथे दिन बुधवार को शरद पवार गुट और अजित पवार गुट की बैठक हुई. इस दौरान अजित पवार ने शरद पवार को उनकी बढ़ती उम्र का तकाजा देते हुए पार्टी की कमान सौंपने की मांग की. अजित पवार ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर एनसीपी का नाम और निशान मांगा है.
अजित पवार ने चुनाव आयोग में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और उसके चुनाव चिन्ह घड़ी पर अपना दावा जताते हुए पत्र भेजा है. चुनाव आयोग के समक्ष दायर याचिका में अजित पवार गुट ने दावा किया है कि 30 जून को मुंबई में एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें अजित पवार को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया.
वहीं, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा. जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं. हम पार्टी का सिंबल किसी को नहीं लेने देंगे. अजित पवार खोटा सिक्का निकला.”
अजित पवार ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए शरद पवार को राजनीति में रुकने की सलाह दी. अजित पवार ने कहा, “आप 83 साल के हो गए हैं. आप कभी रुकेंगे या नहीं? हम सरकार चला सकते हैं. हम में ताकत है. फिर हमे मौका क्यों नहीं देते हैं?
अजित पवार ने कहा, “मैं भी राज्य का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं. राज्य की भलाई करने के लिए राज्य प्रमुख का पद होना जरूरी है. तभी मैं महाराष्ट्र की भलाई कर पाऊंगा.”
शरद पवार ने कहा कि जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया. अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है.
वाईबी चह्वाण सेंटर में मीटिंग में शरद पवार ने कहा- “जो शिवसेना के साथ हुआ, वही NCP के साथ हुआ है. अजित पवार के मन में कुछ था तो मुझसे बात करनी चाहिए थी. सहमति नहीं हो तो बातचीत से हल निकालना चाहिए.”
शरद पवार ने कहा, “अजित की बात सुनकर अफसोस हुआ. गलती सुधारना हमारा काम है. आपने गलती की है तो सजा भुगतने तैयार रहें.” इधर, शरद गुट के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अजित पवार समेत 9 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है.
अजित पवार ने कहा, “2024 के चुनाव में भी मोदी जी ही आएंगे. मुझे ऐसा लगता है. काम करने के लिए पद होना चाहिए. NCP का 2004 में आंकड़ा 71 था. मैं उसे इसके आगे ले जाउंगा. हमें भी सभा लेनी होगी अगर मैं चुप बैठा तो लोग सोचेंगे इसमें कुछ खोट है. मुझमें खोट नहीं है.”
शरद पवार गुट की बैठक में अब तक 13 विधायक और 4 सांसद पहुंचे हैं. इनमें किरण लहामाटे, अशोक पवार, रोहित पवार, राजेंद्र शिंगणे, अनिल देशमुख, जितेंद्र आव्हाड, संदीप क्षीरसागर, जयंत पाटिल, बालासाहेब पाटिल, सुनील भुसारा, राजेश टोपे, चेतन टोपे और विधायक सुमन पाटिल की जगह उनके बेटे रोहित पाटिल शामिल हैं.
वहीं, अजित गुट की बैठक में 30 विधायक और चार एमएलसी पहुंचे. इस बैठक में छगन भुजबल, हसन मुश्रिफ, नरहरि झिरवाल, दिलीप मोहिते, अनिल पाटिल, मानिक राव, दिलीप वाल्से पाटिल, अदिती तटकरे, धनंजय मुंडे, धर्मराव अत्राम, अन्ना बंसोड, नीलेश लंके, इंद्रनील नाइक, सुनील शेलके, दत्तात्रय भरणे, संजय बंसोड़, संग्राम जगताप शामिल रहें.