मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस संगठन के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि वे किस मुंह से भ्रष्टाचार की बात करते हैं। राहुल जी ने पूछा कि 20 हजार करोड़ किसके हैं, चुप हो गए। गरीबों की इतनी चिंता है तो चिटफंड घोटाले की जांच क्यों नहीं करा लेते? भाजपा के नेता प्रतिपक्ष तो नान घोटाले की जांच के खिलाफ कोर्ट में चले गए। बेशर्म लोग हैं ये।
दूसरी तरफ, कांग्रेस प्रवक्ताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर राष्ट्रीय स्तर पर घोटालेबाजों का संरक्षक होने का आरोप लगाया। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा लेकिन उनके शासनकाल में भाजपा भ्रष्टाचारियों की संरक्षक बनकर सामने आई है। पहले विपक्षी दल के नेताओं को केंद्रीय एजेंसियां भेजकर धमकाया जाता है। उनके खिलाफ ईडी की कार्रवाई करवाई जाती है। लेकिन जैसे ही वे नेता भाजपा में शामिल हो जाते हैं, उनके दामन साफ हो जाते हैं।
शुक्ला ने कहा, भाजपा शासित राज्यों में घोटाले पर घोटाले हुए मोदी जी मौन हैं। भाजपा शासित राज्यों में 50 लाख करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ है लेकिन प्रधानमंत्री उसकी जांच से डर रहे हैं।
कांग्रेस पापों को छुपाने का प्रयास कर रही: भाजपा
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के पाप से सनी हुई कांग्रेस हताश और निष्क्रिय हो गई है। जनता के बीच जाने की बजाए हर रोज भाजपा पर झूठे, तथ्यहीन, निराधार आरोप लगाकर अपने पाप छुपाने का प्रयास कर रही है। लाख बार झूठ बोलने पर भी झूठ सच नहीं हो सकता। केंद्र में जब उनकी सरकार थी तो जांच करा लिए होते। साढ़े 4 साल से प्रदेश में उनकी सरकार है, जांच करा लेते। कोई तथ्य होता तो कोर्ट में दस्तावेज पेश कर देते।
अब कांग्रेस के भ्रष्टाचार की जो पोल खुली है, उसे दबाया और छुपाया नहीं जा सकता। 4 माह बाद कांग्रेस की सरकार जा रही है।के लिए छह- छह प्रवक्ताओं को बैठाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही है। हर दूसरे रोज केवल नए-नए आंकड़े निकालकर अपने काम की इतिश्री कर रहे हैं।
कांग्रेस लाख बार झूठ बोल कर भी झूठ को सच नहीं बना सकती। केदार गुप्ता ने कहा, कांग्रेस का जनाधार एवं विश्वास खत्म हो चुका है। केंद्र में 10 साल कांग्रेस की सरकार रही तो जल थल नभ त्रिआयामी घोटाले किए। कांग्रेस के आधे नेता जेल में और आधे नेता बेल में रहे। छत्तीसगढ़ में सत्ता में आई तो पहले ही दिन से लूट शुरू कर दी।
यहां 1 लाख करोड़ का घोटाला
शुक्ला ने कहा, रमन सिंह के 15 साल के शासन में 1 लाख करोड़ का घोटाला हुआ है। नान घोटाला, चिटफंड घोटाला, शराब घोटाला, पनाम पेपर्स घोटाला, गौशाला अनुदान घोटाला, इंदिरा बैंक घोटाला जैसे घोटाले हुए। इसकी ईडी से जांच क्यों नहीं करवाते?