भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व का तड़का लगने वाला है. ये मौजूदा सियासत देखकर साफ हो गया. मध्यप्रदेश के चुनाव में सिर्फ 4 महीनों का वक्त बचा है. कांग्रेस ने बजरंग बली के नाम पर माहौल बनाने के बाद अब अपने वचन पत्र को भगवा रंग में रंगने का फैसला कर लिया है. कांग्रेस को उम्मीद है कि इसके जरिये वो बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लगा सकती है.
मध्यप्रदेश के चुनाव फिर राम भरोसे होने जा रहे हैं. कांग्रेस की तैयारी देखकर ये अंदाज़ा लगाया जा सकता है. दरअसल कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए अपने वचनपत्र को भगवा रंग से रंगने जा रही है. कांग्रेस को लगता है कि अगर हिंदू वोटरों को रिझा लिया तो जीत पक्की है. कांग्रेस नेता मानते हैं कि 2020 में सरकार गिर जाने की वजह से ऐसे कई वादे अधूरे रहे गए. जिन्हें सत्ता में लौटते ही कांग्रेस हर हाल में पूरा करेगी.
कांग्रेस अपने वचनपत्र में राम वन पथ गमन कॉरिडोर, महाकालेश्वर-महेश्वर-ओंकारेश्वर के बीच ओम सर्किट के निर्माण, नर्मदा परिक्रमा कॉरिडोर बनाने के वादे को शामिल किया है. ओरछा के राम राजा मंदिर के विस्तार का वादा भी कांग्रेस ने वचनपत्र के जरिए करने का निर्णय लिया है. कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को धार्मिक स्टेट बनाने के लिए वचन पत्र में कई सारे बिंदू रखे हैं.
दरअसल मध्यप्रदेश में 4 महीने बाद चुनाव होने हैं. कांग्रेस ने हार्डकोर हिंदुत्व के एजेंडे को हवा देकर बीजेपी को हैरान कर दिया है. बीजेपी के पास फिलहाल कांग्रेस की रणनीति का कोई मुकम्मल जवाब नहीं है. सिवाय ये कहने के कि कांग्रेस चुनावी हिंदू है.
कांग्रेस के तेवर देखकर ये तो तय है कि बीजेपी के हाथ से हिंदुत्व का एजेंडा बुरी तरह छिटक गया है. कांग्रेस तेजी से हिंदुत्व के झंडे को लेकर आगे बढ़ रही है. बीजेपी फिलहाल नये सिरे से रणनीति बनाने की कोशिश कर रही है. जाहिर है भगवे पर मुकाबला दोनों ही दलों के बीच में दिलचस्प होगा.