नई दिल्ली. गौतम अडानी समूह, नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) अडानी कैपिटल में अपनी हिस्सेदारी बेच सकता है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक गौतम अडानी इस कारोबार से बाहर निकलने की सोच रहे हैं। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इसे खरीदने में निजी इक्विटी समूह बेन कैपिटल, कार्लाइल ग्रुप और सेर्बेरस कैपिटल मैनेजमेंट ने दिलचस्पी दिखाई है। ये तीनों कंपनियां अडानी कैपिटल को खरीदने के लिए अगले कुछ हफ्तों में बाध्यकारी बोलियां लगाने को तैयार हैं।
बता दें कि अडानी कैपिटल के प्रबंधन का नेतृत्व पूर्व लेहमैन ब्रदर्स और मैक्वेरी निवेश बैंकर गौरव गुप्ता कर रहे हैं। इनकी हिस्सेदारी कंपनी का लगभग 10% है। ये 2016 में समूह के साथ जुड़े थे। वहीं, प्रमोटरों के पास लगभग 90% हिस्सेदारी है।
आईपीओ लॉन्च करने की योजना: इसी साल मई में ऐसी खबरें आई थीं कि अडानी कैपिटल ने फंड जुटाने की योजना बनाई है। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि रणनीतिक और निजी इक्विटी निवेशकों से 1,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इससे पहले अडानी कैपिटल के आईपीओ के लॉन्च किए जाने की खबरें आ चुकी हैं।
फंड जुटाने पर समूह का जोर: बता दें कि हिंडनबर्ग संकट के बाद गौतम अडानी समूह अलग-अलग कंपनियों के जरिए फंड जुटाने की योजना पर काम कर रहा है। अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन ने क्यूआईपी के जरिए फंड जुटाने की योजना बनाई है। अडानी ग्रीन ने हाल ही में स्टॉक एक्सचेंज को बताया है कि 12,300 करोड़ रुपये तक की अधिकतम राशि जुटाई जाएगी। वहीं, अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी ट्रांसमिशन करीब 21 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना पर काम कर रही है।