विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ की सियासत में जय-वीरू पार्ट 2 की नई जोड़ी फिर देखने को मिलेगी। शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और मोहन मरकाम देर शाम तक एक साथ दिखें, और कहा कि अगला मिशन मिलकर लड़ेंगे। ऐसे में वहां मौजूद कुछ कार्यकर्ताओं ने दोनों को देखकर जय-वीरू पार्ट 2 की जोड़ी करार दे दिया।
सूत्रों के मुताबिक हाईकमान की ओर से मोहन मरकाम को कहा गया है कि वे बैज को कमान मिलने के बाद भी समय-समय पर उनका सहयोग करते रहेंगे। ऐसे में मरकाम पहले ही दिन से पूरे समय उनके साथ दिखाई दिए। शनिवार को दोनों नेता देर शाम तक एक साथ कार्यकर्ताओं से मिलते रहें। कांग्रेस हाईकमान ने मरकाम को हटाकर दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है जबकि मरकाम अब सरकार में मंत्री हैं।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में पिछले 2 साल में जय-वीरू की जोड़ी के चर्चे सबसे ज्यादा हुए।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में पिछले 2 साल में जय-वीरू की जोड़ी के चर्चे सबसे ज्यादा हुए।
2018 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे। तब दोनों की बेहतर प्लानिंग और तालमेल से 15 साल की बीजेपी सरकार का तख्तापलट हो गया और उसी समय से जय-वीरू की जोड़ी सुर्खियों में आई थी।
छत्तीसगढ़ की सियासत में इसके बाद से ही टीएस सिंहदेव को जय और भूपेश बघेल को वीरू कहा जाने लगा। हांलाकि वक्त बदला, हालात बदले अब ये जोड़ी कका-बाबा की जोड़ी भी कही जाती है। टीएस सिंहदेव को प्रदेश और सरगुजा में उनके समर्थक प्यार से बाबा कहते हैं तो उधर मुख्यमंत्री को जनता ने कका नाम दे दिया है।