शहडोल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का असर हुआ है। दरअसल, शहडोल जिले सोहागपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत के प्राथमिक पाठशाला पड़रिया टोला में नौनिहाल छात्र मौत के साए में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। इस खबर को प्रकाशित करने के बाद शिक्षा विभाग की नींद खुली और तत्काल कलेक्टर, शिक्षा अमले के साथ मौके पर पहुंच स्कूल का मुआयना किया। कलेक्टर ने खुद बच्चों को पढ़ाते हुए उनके शिक्षा स्तर का परीक्षण करते हुए स्कूल की सभी अव्यवस्थाओं को दूर कराया। साथ ही स्कूल के लापरवाह शिक्षक को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है।
दरअसल, इस स्कूल में कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के छात्र दहशत और अव्यवस्था के बीच पढ़ाई कर रहे थे। इस स्कूल में 5 ऐसी बड़ी समस्या थी, जिसकी चपेट में आते ही किसी भी छात्र के जीवन पर बात बन आती। स्कूल आने के बाद बच्चों में दहशत इस कदर था कि वो खेलकूद और खाने की छुट्टी में भी कमरे के बाहर निकलने के लिए सोचते।
छात्र और शिक्षकों को डर सताता की कहीं बच्चे खेल मैदान पर जमीन की ओर झूलती बिजली तार की चपेट में न आ जाएं। उन्हें डर सताता है कि स्कूल के ठीक सामने बंद बोरवेल के खुले गड्ढे में कोई बच्चा ना समा जाए। शिक्षकों को डर सताता की स्कूल की छत किसी बच्चे पर ना गिर जाए। शिक्षक इस डर से उबर नहीं पाते और उन्हें मजबूरन सभी बच्चों को एक कमरे में रसोई के साथ बैठकर पढ़ना पड़ता था। जंहा बच्चे गैस सिलेंडर में बन रहे मध्यान भोजन के बीच पढ़ने को मजबूर थे।
बच्चो का यंहा भी पढ़ाई में मन नहीं लगता, उन्हें गैस सिलेंडर फटने का डर बना रहता था। इस खबर को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिससे शिक्षा विभाग की नींद खुली और तत्काल कलेक्टर शिक्षा अमले के साथ मौके पर पहुंच स्कूल का मुआयाना किया और सभी अव्यवस्थाओं को दूर कराया। वहीं स्कूल के लापरवाह शिक्षक को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है।