पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा में गुरूवार को 144 वीं बैठक हुई। राजस्थान विधान सभा की नवीं विधान सभा से लेकर अब तक की पन्द्रहवीं विधान सभा तक तीन दशक में यह 144 बैठकें सर्वाधिक है। इससे पहले नवीं, दसवीं, ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं और चौदहवीं विधान सभा में क्रमश: 95, 141, 143, 140, 119 और 139 बैठकें हुई थी।
पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा का प्रश्नकाल देश की अन्य विधान सभाओं में भी चर्चा का विषय रहा है। राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने सदन संचालन में बेहतर प्रदर्शन कर सूचीबध्द सभी प्रश्नों पर प्रतिदिन प्रश्न काल के नियत समय में चर्चा कराई। डॉ. जोशी ने विधायकों और मंत्रीगण को भी प्रश्न करने और जवाब देने के विश्लेषण में आने वाली कठिनाइयों को भी सरलता से विश्लेषण करके मदद की। पन्द्रहवीं विधान सभा के आठवें सत्र में लगभग प्रतिदिन ही सूचीबध्द सभी प्रश्नों पर नियत समय में चर्चा हुई।
गुरूवार को भी सभी प्रश्नों पर चर्चा
राजस्थान विधान सभा में गुरूवार को भी प्रश्नकाल में सभी तारांकित प्रश्नों पर चर्चा हुई। विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने प्रश्नकाल के निर्धारित समय में सभी प्रश्नों पर चर्चा कराई।
विधान सभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा के अष्टम सत्र में 15,17 व 28 फरवरी और 1,2,3 व 15 मार्च और 17,18 व 19 जुलाई को प्रश्नकाल में सभी प्रश्नों पर सदन में चर्चा हुई।