शहडोल। इंसान की मजबूरी और लाचारी कुछ भी करने को मजबूर कर देती है। ऐसा ही एक वाक्या मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहडोल जिले में सामने आया है। जहां एक बेरोजगार युवक शहडोल से भोपाल के लिए पैदल सफर (Shahdol to Bhopal walk) पर निकल गया। बारिश के मौसम में भीगते हुए 6 सौ किलोमीटर का रास्ता तय कर राजधानी पहुंचेगा। जहां वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) से कंपनी की शिकायत करेगा।
दरअसल, जिले के SECL सोहागपुर क्षेत्र में संचालित कोयला खदान (Coal Mine) से कोयला निकलने के लिए चेन्नई से आई राधा इंजीनियरिंग वर्क्स (Chennai Radha Engineering Works, CREW) कंपनी में काम कर रहे कुछ स्थानीय बेरोजगारों युवाओं के सामने उनके रोजगार का संकट गहराने लगा है। कंपनी में काम कर रहे युवाओं का शोषण किया जा रहा है। शासन के दिए गए गाइडलाइन के अनुसार सुविधा नहीं दी जा रही है।
साथ ही युवाओं को बिना किसी कारण के बाहर निकाला जा रहा है। जिससे लाचार होकर एक नव युवक कर्मचारी मदद की गुहार लगाने और मामले की शिकायत करने प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज के पास इस बारिश के मौसम में भीगते हुए 600 किलोमीटर का पैदल सफर तक कर शहडोल से भोपाल के लिए रवाना हुआ है।
जिले में मिनी रत्न कही जाने वाली कई कोयला खदाने संचालित है। इन कोल माइंस में कोयला निकालने, फेस क्लियर करने के लिए चेन्नई की एक कंपनी चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड (CREW) को करोड़ों का टेंडर मिला है। जिसके लिए कंपनी ने स्थानीय लोगों को रोजगार तो दिया, लेकिन उनका शोषण कर रही है।