अखिल भारतीय गोंडवाना समाज की राष्ट्रीय महासचिव और कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री कांति देवी नाग ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने की वीभत्स घटना से जुड़ा वीडियो सामने आने के बाद शनिवार को तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने लोकतंत्र को ‘भीड़तंत्र’ में बदल दिया है।
कांति नाग ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की और यह भी कहा कि संसद के इस मानसून सत्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस’ (इंडिया) मणिपुर के विषय पर सरकार से जवाब मांगेगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खुद इसका जवाब देना चाहिए। मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर आया। अधिकारियों ने बताया कि यह वीडियो चार मई का है।
राहुल गांधी सीमित साधन रहते हुए मणिपुर गए और लोगों से बात की, लेकिन प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त थे :- कांति
श्रीमती नाग ने दावा किया कि मणिपुर को लेकर 80 दिनों तक प्रधानमंत्री मोदी ने जो ‘चुप्पी साध रखी थी’ उसे देश कभी माफ नहीं करेगा। कांति ने अंतागढ़ के स्थानीय पत्रकारों से कहा, ‘‘मोदी जी के पास 38 दलों की बैठक बुलाने का समय है, लेकिन क्या मणिपुर जाने का समय नहीं है? राहुल गांधी सीमित साधन रहते हुए भी वहां गए और लोगों से बात की। लेकिन प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को सदन में मणिपुर के मामले पर चर्चा कराना चाहिए।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में लोकतंत्र को ‘भीड़तंत्र’ में तब्दील कर दिया गया है। इससे पहले, कांति नाग ने फेसबुक पोस्ट किया “मणिपुर में मानवता खत्म हो गई। मोदी सरकार और भाजपा ने राज्य के नाजुक सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करके लोकतंत्र और कानून के शासन को भीड़तंत्र में बदल दिया है।”
नरेन्द्र मोदी, भारत आपकी चुप्पी को कभी माफ नहीं करेगा :- कांति
कांति ने कहा, “नरेन्द्र मोदी जी, भारत आपकी चुप्पी को कभी माफ नहीं करेगा। यदि आपकी सरकार में ज़रा भी विवेक या शर्म बची है, तो आपको संसद में मणिपुर के बारे में बोलना चाहिए और केंद्र एवं राज्य दोनों में अपनी दोहरी अक्षमता के लिए दूसरों को दोष दिए बिना देश को बताना चाहिए कि क्या हुआ। आपने अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी त्याग दी है।’’ कांति ने कहा, “संकट की इस घड़ी में हमारा समाज और हमारी पार्टी मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।”
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी कांति ने लिए आड़े हाथों
श्रीमती नाग ने दावा किया कि मणिपुर में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध के कारण शेष भारत को इस बात का जरा भी अंदाज़ा नहीं था कि मणिपुर में इतनी भयानक घटना घटी। कांग्रेस नेत्री ने केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी पर कटाक्ष करते हुए कहा, “यह बिल्कुल अक्षम्य है कि महिला एवं बाल विकास मंत्री ने मणिपुर के मुख्यमंत्री से बात करने या बयान जारी करने के लिए 80 दिनों तक इंतजार किया।
उन्होंने सवाल किया, “क्या केंद्र सरकार, गृह मंत्री या प्रधानमंत्री को इस घटना की जानकारी नहीं थी? मोदी सरकार, सब कुछ ठीक है जैसी बातें करना कब बंद करेगी? मणिपुर के मुख्यमंत्री को कब बदला जाएगा ? ऐसी और कितनी घटनाओं को दबाया गया है?”