नई दिल्ली. भारत और वेस्टइंडीज के बीच त्रिनिदाद में खेला गया दूसरा टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। भारत ने टेस्ट सीरीज तो जीत ली, लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के चक्र में टीम में नुकसान हो गया। एक तो भारत का जीत प्रतिशत गिरा और दूसरा प्वाइंट्स कम हो गए। अगर मैच पांचवें दिन खेला जाता तो भारत के पास मुकाबला जीतने का मौका था और ऐसे में भारत का फायदा WTC प्वाइंट्स टेबल में होता। ऐसे में क्या भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने दो बड़ी गलतियां कीं, उसके बारे में जान लीजिए।
भारतीय टीम को पहली पारी के आधार पर 183 रनों की बढ़त मिली थी। इसके बाद भारत चौथे दिन बल्लेबाजी करने उतरा। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने तेज गति से रन बनाए और 11.5 ओवर में 98 रन जोड़ दिए। इस तरह भारत के पास बढ़त 281 रनों की हो गई थी। कप्तान चाहते तो यहां पारी घोषित कर सकते थे, लेकिन ये एक ऐसा टोटल था, जिसे चेज करना आसान था। ऐसे में कप्तान ने फैसला किया कि थोड़ी देर बल्लेबाजी की जाए। यही कारण था कि 364 रनों की बढ़त मिलने के बाद पारी घोषित की गई।
भारत को चौथे दिन गेंदबाजी के लिए करीब 32 ओवर मिले। वहां टीम ने 2 ही विकेट निकाले। वेस्टइंडीज ने 76 रन बनाए। टीम ड्रॉ के इरादे से ही खेल रही थी। अगर चेज के लिए जाती तो निश्चित रूप से विकेट गिरते। यही वजह है कि कप्तान रोहित शर्मा के डिक्लेयर करने के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि वे जानते थे कि पांचवें दिन बारिश होगी तो उन्हें थोड़ा जल्दी पारी घोषित करनी चाहिए थी। हालांकि, सवाल ये भी है कि अगर जल्दी पारी घोषित कर देते तो वेस्टइंडीज के पास भी रन चेज करने का मौका होता।
भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में 120 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। यहां तक कि ईशान किशन ने 150 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की, लेकिन शुभमन गिल ने 37 गेंदों में 29 रन बनाए। अगर गिल थोड़ा तेज खेलते तो भारत ने जो लक्ष्य पारी की घोषणा करने के लिए सोच रखा था, वह जल्दी हासिल हो जाता और कुछ और अतिरिक्त ओवर गेंदबाजी करने के लिए मिल जाते। इस बीच सवाल ये भी था कि विराट कोहली नंबर चार पर उतरकर तेज खेल सकते थे, लेकिन उनकी जगह आए ईशान किशन ने और भी तेज गति से रन बनाए।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अंकतालिका में भारत को नुकसान झेलना पड़ा है। टीम इंडिया अभी तक 100 फीसदी जीत प्रतिशत के साथ नंबर एक पर थी, लेकिन अब पाकिस्तान की टीम 100 फीसदी जीत प्रतिशत के साथ टॉप पर है। टीम इंडिया का जीत प्रतिशत अब 66.67 का है, जबकि खाते में 16 प्वाइंट्स हैं। अगर टीम मुकाबला जीतने में सफल हो जाती तो 12 प्वाइंट मिलते, लेकिन ड्रॉ होने की स्थिति में 4 ही प्वाइंट्स मिल सके।