*प्रकरण में अब तक कुल 21 आरोपियों को किया जा चुका है गिरफ्तार*
* आरोपियों द्वारा लोगों को लोन दिलाने सहित अनेक लुभावने स्कीम बताकर बनाते थे अपना शिकार।*
* लुभावने स्कीम बताकर लोगों से प्राप्त करते थे उनका व्यक्तिगत दस्तावेज।*
* प्रकरण में पूर्व में 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित नगदी रकम 14,44,000/- रूपये, 53 नग मोबाईल फोन, 07 नग पासबुक, 50 नग ए.टी.एम. कार्ड, 50 नग चेक बुक, 05 नग लैपटॉप, 02 नग कम्प्यूटर सिस्टम, अलग-अलग कम्पनियों के विभिन्न सिम कार्ड एवं 03 नग डायरी किया जा चुका है जप्त।*
* गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर प्रकरण में आरोपी नवीन बत्रा को गोवा से पकड़ा गया।*
* आरोपियों के विरूद्ध थाना खमतराई में अपराध क्रमांक 685/23 धारा 420, 34 भादवि. एवं छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 07 एवं 08 का अपराध किया गया है पंजीबद्ध।*
विवरण – प्रार्थी अरूण जाल ने थाना खमतराई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह त्रिमूर्ति नगर रायपुर में रहता है तथा वेल्ंिडग का काम करता है। प्रार्थी की पत्नी संगीता जाल रजत अग्रवाल के घर में विगत 01 वर्ष पूर्व काम करती थी, जिसके कारण प्रार्थी की पहचान रजत अग्रवाल से हुई थी। रजत अग्रवाल प्रार्थी से करीबन 02 माह पूर्व वॉल्टियर गेट डी.आर.एम ऑफिस के पास मुलाकात कर बोला कि उसे अर्जेन्ट मंे बैक खाता की जरूरत है जिसमें कुछ दिन लेन-देन करने के बाद वह उसे वापस कर देगा। तब प्रार्थी उस पर विश्वास कर उसके बताये अनुसार अपना पेन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट साईज फोटो दिया तथा रजत अग्रवाल एफडीएफसी बैंक देवेन्द्र नगर का फार्म लाकर प्रार्थी से हस्ताक्षर कराकर रजत अग्रवाल ने प्रार्थी का बैंक खाता खुलवाया तथा उसकी पत्नी संगीता जाल का भी इसी प्रकार एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाया और बाद में खाता का पासबुक, एटीएम कार्ड अपने पास रखा तथा खातों में मोबाईल नंबर भी रजत अग्रवाल ने डलवाया, किसका नम्बर डलवाया इस संबंध में प्रार्थी को कुछ नही बताया। इसी दौरान कुछ दिन बाद रजत अग्रवाल ने प्रार्थी को उसके बैंक खाता बंद होने की जानकारी दी। जिस पर प्रार्थी एचडीएफसी बैंक देवेन्द्र नगर शाखा जाकर पता किया तो बैंक मैनेजर ने उसके खाते में अत्यधिक पैसो का ट्रांजेक्शन होने से बंद करना बताया गया जिस पर प्रार्थी ने रजत अग्रवाल से उक्त बैंक खातों मे हुए ट्रांजेक्शन के बारे मे पूछा तो रजत अग्रवाल द्वारा टाल-मटोल किया जाने लगा। इस प्रकार रजत अग्रवाल द्वारा प्रार्थी तथा उसकी पत्नी का बैंक खाता खुलवाकर बिना उनकी जानकारी के खाता का दुरूपयोग कर रूपयों का ट्रांजैक्शन/आहरण कर लाभ अर्जित कर धोखाधड़ी किया गया। जिस पर आरोपी रजत अग्रवाल के विरूद्ध थाना खमतराई में अपराध क्रमांक 685/23 धारा 420 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
*वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना खमतराई पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा पूर्व में प्रकरण में संलिप्त 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित नगदी रकम 14,44,000/- रूपये, 53 नग मोबाईल फोन, 07 नग पासबुक, 50 नग ए.टी.एम. कार्ड, 50 नग चेक बुक, 05 नग लैपटॉप, 02 नग कम्प्यूटर सिस्टम, अलग-अलग कम्पनियों के विभिन्न सिम कार्ड एवं 03 नग डायरी जप्त किया जा चुका है।*
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा राजेन्द्र नगर निवासी नवीन बत्रा की संलिप्तता के संबंध में जानकारी दी गई। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी नवीन पत्रा की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। इसी दौरान टीम के सदस्यों को आरोपी नवीन बत्रा की उपस्थिति गोवा में होना पाई जाने पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में टीम के सदस्यों को गोवा रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा गोवा पहुंच कर आरोपी नवीन बत्रा की पतासाजी करते हुए आरोपी नवीन बत्रा को गोवा से पकड़कर रायपुर लाया गया। आरोपी से ऑनलाईन सट्टा संचालन के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा ऑनलाईन सट्टा संचालित करना बताया गया। जिस पर आरोपी नवीन बत्रा को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध कार्यवाही किया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों से प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ करने के साथ ही रूपयों के लेन-देन हेतु उपयोग किये जाने वाले बैंक खाताओं के धारकों की पतासाजी व खाताओं की विस्तृत जांच की जा रही है, प्रकरण में संलिप्तता पाये जाने पर उन व्यक्तियों के विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी।
*गिरफ्तार आरोपी- नवीन बत्रा पिता बलराम बत्रा उम्र 37 साल निवासी गुरूद्वारा के पास महावीर नगर थाना न्यू राजेन्द्र नगर रायपुर।*