जन कल्याण योजना प्रचार-प्रसार अभियान छत्तीसगढ़ के तत्वाधान में छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर के पंडितदीनदयाल ऑडिटोरियम के सभागार में दिनांक 1 से 4 सितंबर तक आदिवासी जनजाति महोत्सव 2023 का भव्य आयोजन किया जा रहा है
उक्त आशय की जानकारी आयोजन के संयोजक एवं छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष मनोज ठाकरे देते हुए बताया.
जन कल्याण प्रचार प्रसार अभियान संगठन वर्ष 2017 से भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का प्रचार प्रसार पूरे भारत के उत्तर से दक्षिण तक पूर्व से पश्चिम तक राज्यों में करते आ रहा है विशेषकर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत महिला स्वयं सहायता समूह की बहनों को उनके बनाए गए स्वर्ण निर्मित उत्पाद को मंच प्रदान करने को लेकर भारत सरकार के एम एस एम ई लघु एवं सूक्ष्म उद्योग विभाग के सहयोग से एवं अन्य स्थानीय उद्यमियों के समाजसेवियों के जन सहयोग से प्रत्येक राज्य में स्वयं सहायता समूह की प्रदर्शनी बिक्री के स्टॉल लगाने का कार्य निरंतर होते आ रहा है
इसी क्रम में छत्तीसगढ़ की राजधानी आदिवासी राज्य भूमि को लेकर जन कल्याण योजना प्रचार प्रचार अभियान के केंद्रीय कार्यालय में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में यह आयोजन भव्य बनाने के लिए कार्यक्रम तैयार किया है जिसमें महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादन को बाजार मार्केट मिलने एवं शहरी लोगों को उत्पादों से परिचित कराने एवं खरीदने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से चार दिवसीय दिनांक 1 सितंबर से 4 सितंबर तक हुनर हाट आदिवासी जनजाति महोत्सव का आयोजन संस्थान द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है अवसर पर 16 राज्यों के 40 स्टाल एवं 20 स्टाल छत्तीसगढ़ राज्य की आदिवासी बहनों द्वारा बनाए गए सो निर्मित उत्पाद के होंगे60 स्टॉल निजी व्यवसाय के होंगे कुल 130 स्टाल लगेंगे जिसमें 2023 के लिए केंद्र सरकार ने मिलेट्स वर्ष घोषित किया है आयोजन स्थल पर मिलेट्स के अनेक व्यंजन व पेय पदार्थ , स्वनिर्मित मसाले, व्यंजन एवं मिठाइयां के साथ में गोबर से बने गए डिस्टेंपर दिए सूटकेस पर सुंदर के सामान के साथ साथ बस्तर आर्ट ढोकला जुठ आर्ट एवं आर्टिफिशियल गोबर से बनाए गए गाने जुठ से बनाए गए गाने बास द्वारा निर्मित गहने , धन से बने हुए गहने,मशरूम उत्पादन, बेकरी के उत्पाद, मिट्टी से बनाए गए बर्तन छत्तीसगढ़ी व्यंजन गढ़ कलेवा छत्तीसगढ़ राज्य के परिधान व पारंपरिक गहने के साथ-साथ दोना पत्तल की मशीन है एवं महिलाओं द्वारा बनाए गए स्वनिर्मित उत्पादन एवं नर्सरी के स्टार प्राकृतिक चीजों से बनाए गए प्रशासन के साथ-साथ विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर लगने वाले धार्मिक वस्त्र एवं सौंदर्य सामग्री राजू के पोशाक कपड़े शृंगार सामग्री के अनेकों स्टॉल लगाए जाएंगे
आयोजन की तैयारी को लेकर राष्ट्रीय प्रमुख श्री राजमणि जी का तीन दिवसीय दौरा छत्तीसगढ़ में हुआ उन्होंने अनेक स्थान पर जाकर बैठक हुई और महिलाओं को अपने उत्पाद को स्टारों में लगाने के लिए प्रेरित किया
9 साल बेमिसाल भारत सरकार के प्रधानमंत्री द्वारा बनाई गई योजनाओं पर आधारित एक भव्य दिव्य प्रदर्शनी का इस आयोजन में प्रदर्शन होगा जो दूरदर्शन केंद्रीय संचारब्यूरो रायपुर द्वारा लगाया जाएगा इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से स्वीकृति मिली है
आयोजन में निजी रूप से 20 साल लगाए जाएंगे जिसमें बिल्डर को अनेक व्यावसायिक प्रतिष्ठान जूस फ्रूट के अलावा केंद्र सरकार का ट्राइफेड, विभाग, एवं छत्तीसगढ़ शासन के विभाग महिला बाल विकास समाज कल्याण विभाग वन विभाग जेल में निर्मित उत्पादन के वस्तुएं वह स्थान ए विश्वविद्यालय के अधीन संचालित महाविद्यालय के बीएड छात्रों द्वारा बनाए गए उत्पादन एवं विद्यालयों द्वारा बनाए गए सो निर्मित उत्पादन अग्निशमन विभाग, प्राकृतिक चिकित्सा के साथ-साथ आंखों की निशुल्क जांच एवं दातों की जाच और परामर्श के स्टॉल रहेंगे राष्ट्रीय आजीविका का मिशन शहरी एवं ग्रामीण विभाग की ओर से प्रशिक्षण का भी कार्य का आयोजन होगा साथ में बैंक द्वारा सुलभ रूप से किस प्रकार की योजनाओं का लाभ मिल सकता है उसकी जानकारी दी जाएगी और साथ में प्रदूषण मुक्त वहां ईद परीक्षा एवं स्कूटर शासन की ओर से मिलने वाली अनुदान राशि पर आधारित स्टाल लगेंगे
आयोजन को भव्य दीया बनाने के लिए आयोजन समिति के सदस्य ग्रुप रायपुर बिलासपुर में बैठकों का सिलसिला निरंतर जारी है आज सर्वप्रथम आयोजन का एक पोस्टर को दुर्ग लोकसभा के सांसद जिनके मार्गदर्शन मिला हरिजन होगा उन्होंने अपने निवास पर आयोजन समिति के साथ सामूहिक रूप से राष्ट्रीय आदिवासी जनजाति महोत्सव 2023 आयोजन का
के पोस्टर का विमोचन किया.
उन्होंने इस अवसर पर कहा भारत सरकार द्वारा कई योजनाएं महिलाओं के लिए बनी है जिसका लाभ दिलाने के लिए जन्म कल्याण योजना प्रचार प्रसार अभियान निरंतर कार्यकर्ता रहा है यह सराहनीय है और एक अच्छी पहल है उन्होंने अनुरोध किया कि अधिक से अधिक संख्या में आदिवासी महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादन को आकर देखें और खरीदें.
इस अवसर पर आयोजन के संयोजक मनोज ठाकरे, किशोर कनोजे, प्रशांत शिरसागर, फनेंद्र बोस ,बालू राम वर्मा, सूश्री,नीता चौरसिया,योजना डहाके, अंजली पटनायक डॉक्टर विभा वाघमारे, फौजी अरुण सावरकर, ् डॉक्टर निर्मल गुप्ता सुश्री शांता शर्मा श्रीमती ललिता सिंह श्रीमती अनीता वर्मा, शशिकांत दुबे उपस्थित थे.