रायपुर । शिक्षक दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड द्वारा आज उत्कृष्ट मदरसा शिक्षक-शिक्षिकाओं का सम्मान किया गया। छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि माननीय महेन्द्र सिंग छाबड़ा जी अध्यक्ष छ. ग. राज्य अल्पसंख्यक आयोग, विशिष्ट अतिथि माननीय मोहम्मद असलम खान जी चेयरमेन छ. ग. राज्य हज कमेटी, समारोह के अध्यक्ष माननीय अलताफ अहमद जी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड, डॉ. इम्तियाज अहमद अंसारी सचिव छ. ग. मदरसा बोर्ड, श्री पी. पी. द्विवेदी सहायक संचालक छ. ग. मदरसा बोर्ड एवं श्री तौहीद खान, श्री इस्माईल अहमद, श्री मोहम्मद उस्मानी ने उत्कृष्ट मदरसा शिक्षक-शिक्षिकाओं को श्रीफल, शाल, प्रशस्त्रि-पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
मुख्यअतिथि महेन्द्र सिंग छाबड़ा ने उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे जीवन में गुरूजनों का महत्वपूर्ण स्थान है। गुरू हीे हमें जीवन जीने की कला, सलीका, तहजीब सिखाते हैं। गुरू ही हमें आगे बढऩे का रास्ता बताते हैं। विशिष्ट अतिथि माननीय मोहम्मद असलम खान, चेयरमेन हज कमेटी ने उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही एक सभ्य और पढ़े-लिखे समाज का निर्माण करता है। सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए माननीय अलताफ अहमद अध्यक्ष, छ. ग. मदरसा बोर्ड ने कहा कि देश की आज़ादी में शिक्षको का जो योगदान है उसे भुलाया नहीं जा सकता। देश और समाज के विकास के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। श्री अलताफ अहमद ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी ने शिक्षकों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं। उन्होंने जहाँ संविदा शिक्षक-शिक्षिकाओं का नियमितिकरण किया है वहीं प्रदेश में व्यापक स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति भी की है। शिक्षा के क्षेत्र में माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा जो कार्य किये जा रहें हैं वह समूचे देश में एक मिसाल है। उन्होंनेे मदरसा शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विषम परिस्थितियों में भी मदरसों के शिक्षक-शिक्षिकाएँ पूरी लगन, निष्ठा और ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं ये सराहनीय है। मदरसा बोर्ड सदैव मदरसा शिक्षकों के साथ है। उन्होंने कहा कि मदरसों के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई है जिससे वेतन अनुदान संबंधी समस्याओं का स्थायी निराकरण होगा।