रायपुर. छत्तीसगढ़ में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के बीच ही दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक एक दिन पहले रात काे रखी गई। इसमें छत्तीसगढ़ के प्रत्याशियों काे लेकर मंथन किया गया। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए। छत्तीसगढ़ से इस बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नवीन और प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय और अन्य महामंत्री विशेष विमान से जगदलपुर से दिल्ली के लिए उड़े।और बैठक में शामिल हुए। बैठक आज भी हाे रही है। अब आज शाम तक या फिर कल छत्तीसगढ़ के दाे दर्जन प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हाे सकता है। दंतेवाड़ा से प्रारंभ हुई परिवर्तन यात्रा का जिम्मा दो दिनों के लिए नेता प्रतिपक्ष नारायण सिंह चंदेल, केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह और विधायक बृजमोहन अग्रवाल काे दिया गया है। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष को दिल्ली बुलाया गया है।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक पहले 5 या 6 सितंबर को संभावित थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जी-20 शिखर सम्मेलन में व्यस्त होने के कारण बैठक नहीं हो सकी। अब सम्मेलन समाप्त हो गया है तो प्रधानमंत्री ने बैठक के लिए समय दे दिया है। ऐसे में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक कल रात को की गई और आज भी बैठक हाे रही है। इस बैठक में छत्तीसगढ़, राजस्थान, मप्र और तेलंगाना के चुनाव को लेकर चर्चा की गई। संभावना है कि बैठक के बाद अब किसी भी समय छत्तीसगढ़ के प्रत्याशियों का ऐलान हो सकता है। इस सूची दो दर्जन प्रत्याशियों के नामों होने की संभावना है। पहली सूची में 21 प्रत्याशियों का ऐलान 17 अगस्त को किया गया था।
अब नजरें इन सीटों पर
भाजपा ने सर्वे करके यह जानने का प्रयास किया है कि किस विधानसभा में क्या स्थिति है। इसके बाद सभी विधानसभाओं को चार वर्गों में बांटा गया है। इसमें डी वर्ग में उन विधानसभाओं काे रखा गया है जहां पर पार्टी को छत्तीसगढ़ बनने के बाद से अब तक जीत नहीं मिली है। ऐसी सीटों में आधा दर्जन सीटें शामिल हैं। इनमें से दो सीटें मरवाही और खरसिया के लिए तो प्रत्याशियों का ऐलान हाे चुका है, अब बची चार सीटों के साथ ही करीब डेढ़ दर्जन ऐसी सीटों पर भी प्रत्याशियों का ऐलान करने की तैयारी है, जहां पर कांग्रेस के विधायक हैं और यहां पर भाजपा के प्रत्याशी पिछली बार हार गए थे। इसी के साथ उन सीटों के प्रत्याशियों का भी ऐलान संभव है जहां पर कम मतों से हार मिली थी।