रायपुर. भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ में पीएससी की परीक्षाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इसकी सीबीआई से जांच की मांग की है। उनका कहना है, परीक्षा परिणाम युवाओं के साथ धोखाधड़ी है। पीएससी की परीक्षा के जो परिणाम आए हैं, उसमें भी अनेक निराशाजनक तथ्य सामने आए हैं।
श्री चौधरी ने मंगलवार को एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, पीएससी, जो एक संवैधानिक संस्था है, इसमें कई विसंगतियां व धांधलियां सामने आती रही हैं। उन्होंने बताया परीक्षा में 8 अंक का एक प्रश्न यह था कि 1857 की क्रांति में वीर हनुमान सिंह के योगदान का वर्णन कीजिए। एक अभ्यर्थी ने उत्तर में हनुमान सिंह की जगह वीर नारायण सिंह लिखा। दोनों ही हुतात्माओं का योगदान हमारे लिए अमूल्य धरोहर है। चूंकि परीक्षा में वीर हनुमान सिंह के बारे में प्रश्न था, इसलिए उत्तर भी उनके बारे में दिया जाना था। उन्हें छत्तीसगढ़ का मंगल पांडे कहा जाता है। लेकिन उस अभ्यर्थी को गलत उत्तर दिए जाने के बाद भी इसमें साढ़े 5 अंक दिए गए जबकि जिस अभ्यर्थी ने वीर हनुमान सिंह के बारे में उत्तर लिखा, उसे सिर्फ 4 अंक दिए गए। श्री चौधरी ने कहा, इसी तरह गणित के कई प्रश्न गलत रहे या उनके उत्तर गलत दिए गए, फिर भी गलत उत्तर देने वाले अभ्यर्थियों को अधिक या पूरे अंक दिए गए, जबकि सही उत्तर पर कम अंक दिए गए हैं। इसके अलावा एक जैसे सही उत्तरों के लिए किसी अभ्यर्थी को पूरे अंक दिए गए तो किसी को कम अंक, और उत्तरपुस्तिका में पूरा पेज कोरा छोड़ने के बावजूद उसमें पूरे अंक तक दिए जाने की बात सामने आई है।
तीन स्तर पर समान अंक कैसे संभव
श्री चौधरी ने कहा, इसी तरह आंसर शीट का मूल्यांकन एक्जामिनर, डिप्टी हेड एक्जामिनर और हेड एक्काजामिनर, इन तीन स्तरों पर होता है, लेकिन इसमें तीनों मूल्यांकन के अंक समान ही दिए गए हैं। श्री चौधरी ने कहा, यह कैसे संभव है कि तीनों स्तर पर मूल्यांकन में एक जैसे समान अंक दिए जाएं? या तो सभी स्तरों पर मूल्यांकन नहीं हुआ है या फिर इसमें लापरवाही हुई है। इससे यह साफ प्रतीत हो रहा है इस परीक्षा में धांधली हुई है।