शहर के अंदर वाहनों की कम करने और जाम की स्थिति से निपटने बचने के लिए शहर के अंदर भारी वाहनों के लिए नो इंट्री का प्रावधान रखा गया है जिससे आवागमन सुचारु रूप से हो सके इसके बावजूद शहर को जाम से निजात नहीं मिल पा रही है। इसकी एक मुख्य वजह है कि नो एंट्री के बाद भी दिन में भारी वाहन शहर में घुस रहे हैं।
इस वजह से शहर में आयदिन जाम लग रहा है। लोगो के जान का खतरा निरंतर बना रहता है
भीड़ भरे हिस्सों में नो-एंट्री के बावजूद भारी वाहनों के प्रवेश होने के कारण हादसों का अंदेशा भी बना रहता है। वहीं शहर के अंदर पार्किंग नहीं होना भी जाम की वजह बना है।
विधानसभा से शंकर नगर मोवा सड्डू मे सुबह 5 बजे से रात 12 बजे तक भारी व माल ढुलाई वाहनों पर पूरी तरह से प्रवेश निषेध किया गया है। फिर भी भारी वाहनों के गुजरने का सिलसिला बदस्तूर दिनभर चलता रहता है।
इस वजह से मोवा /सड्डू /दलदल सिवनी/लोधीपारा चौक पर भी वाहनों का काफी जाम लगाता है। विधानसभा के रास्ते शहर में भारी वाहन ट्रक बेधड़क घुस आते हैं। इनमें अधिकतर निर्माण सामग्री के डंपर भी शामिल हैं। ट्रैफिक विभाग के कुछ जिम्मेदार अफसर / कर्मचारी द्वारा गाड़ी मालिकों से मिली भगत कर इन गाड़ियों को चंद कुछ रूपये लेकर शहर मे घुसने दे दिया जाता है जिसका भुगतान आम जानता को भोगना पड़ता है राजधानी का ये आलम है तो बाकि का क्या होगा
*नये आये प्रभारी इस बात से अनभिज्ञ की नो इंट्री लगती कहा से है*