छत्तीसगढ़ की बेटी मशहूर गायिका जयश्री नायर आने वाले तीन महीनो के लिए यूरोप यात्रा पर रहेंगी। जहां वह सात से नौ देशों में भारतीय संगीत की अलग-अलग विधाओं में प्रस्तुतीकरण देंगी, जिसमें शास्त्रीय संगीत के अलावा गज़ल भजन आदि होंगे। जर्मनी, निदरलैंड, स्वीडन, बेल्जियम, स्विजरलैंड इत्यादि देशों में अपने भारतीय संगीत समूह – अनुभूति ग्रुप के साथ प्रस्तुति देंगी।
बात दें कि जयश्री नायर इससे पहले जर्मनी बेल्जियम, स्वीटजरलैंड, निदरलैंडस, स्वीडन, पोलैंड, डेनमार्क, फ्रांस में प्रस्तुति दी चुकी हैं।
जयश्री 4 साल की उम्र से ही शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ले रही है। और अब खुद एक गुरु के रूप में अपनी संगीत संस्था जयश्री म्यूज़िक एकेडमी का संचालन करती हैं। जहां वह बहुत से संगीत के विद्यार्थियों को संगीत शिक्षा दे रही हैं। साथ ही उन्होंने ऑनलाइन गुरु के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है जहां वह अलग-अलग देशों में संगीत के दीवाने उनसे शिक्षा रहे हैं।
अपनी उपलब्धियों का श्रेय जयश्री अपने गुरु स्वर्गीय अमिताभ गुप्ता और अपनी माता रुक्मणी नायर को देती हैं। जिनके मार्गदर्शन से वह संगीत की ऊंचाइयां छू रही है। और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ ही नहीं भारत का भी गौरव बढ़ा रहीं हैं।
जय श्री नायर पद्म भूषण तीजन बाई जी से बहुत ही प्रभावित हैं और वह अपनी जन्मभूमि छत्तीसगढ़ के लोक संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने की चाह रखती हैं। उनका मानना है कि छत्तीसगढ़ का संगीत बहुत ही अलग और मिट्टी की खुशबू की तरह है, जिसे दुनिया को सुनना चाहिए।
जयश्री का “गर्ल बैंड” है मशहूर
जयश्री “रागी द गर्ल बैंड” का संचालन कर रही हैं, जिसमें सिर्फ लड़कियां है और यह लड़कियां राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बहुत सी प्रस्तुतियां दे चुकी हैं। महिलाओं का निडर होकर संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ना यही “रागी द गर्ल बैंड” का उद्देश्य है।
जय श्री राष्ट्रीय संगीत गुरु, कला रत्न, लोक कला वारिधि, अवार्ड ऑफ द स्कॉलरशिप भारत संस्कृति मंत्रालय, जैसे संतावन राज्य व राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुकी हैं।
जयश्री छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों, जो कि बस्तर के गांवों में हैं, वहां के बच्चों को मुफ्त संगीत की शिक्षा देना चाहती हैं, जिसका प्रस्ताव जल्दी छत्तीसगढ़ सरकार को दिया जाएगा।