सिक्किम में बादल फटने (Sikkim Cloudburst) के बाद तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ (Floods in the Teesta River) से तबाही का मंजर है. अब मरने वालों का आंकड़ा पहले से बढ़ गया है. अब तक10 लोगों की मौत की खबर थी लेकिन यह संख्या बढ़कर अब 14 हो गई है.वहीं सेना के 22 जवानों समेत 102 लोग लापता हैं.
बादल फटने से आई बाढ़ की वजह से गंगटोक में 3 लोगों की मौत हो गई है और 22 लोग लापता और 5 लोग घायल हैं. मंगन में 4 लोगों की जान गई है और 16 लोगों का कुछ भी अता-पता नहीं है. पाक्योंग में 7 लोगों की मौत हुई है और 59 लोग और 23 आर्मी के जवान लापता हुए हैं और 21 लोग घायल हुए हैं. नामची में बाढ़ की वजह से किसी की भी जान नहीं गई है और 5 लोग लापता हैं .
जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. वहीं 22 हजार से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. 1 हजार से ज्यादा लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से बाहर निकाला गया है. प्रभावित क्षेत्रों में बहु-एजेंसी खोज और रहात- बचाव अभियान जारी है. भारतीय सेना और एनडीआरएफ सर्च ऑपरेशन चला रही है. वही वायुसेना को स्टैंडबाय पर रखा गया है. खराब हालात को देखते हुए एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें सिक्किम भेजी जाएंगी.
सेना ने जारी किए हेल्पलाइन ंनंबर्स
बाढ़ के हालात के बाद अपनों को तलाश रहे लोगों की मदद के लिए आर्मी की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है.जिसपर आप संपर्क करके जानकारी हासिल कर सकते हैं. ईस्ट सिक्किम आर्मी से 8756991895, नॉर्थ सिक्किम आर्मी से 8750887741 इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है. वहीं लापता जवानों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए 7588302011 नंबर आर्मी की तरफ से जारी किया जा सकता है.
ल्होनक झील पर बादल फटने के बाद आई तबाही
बता दें कि मंगलवार रात को उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फट गया था, जिसकी वजह से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. तीस्ता बाढ़ आने की वजह से ल्होनक झील का करीब 65 प्रतिशत हिस्सा बह गया है. नदी किनारे बना आर्मी कैंप भी बाढ़ की चपेट में आ गया, जिसकी वजह से सेना के जवान भी पानी में बह गए. यहां पर खड़ी करीब 41 गाड़ियां भी जलमग्न हो गईं. शुरुआती रिपोर्ट में बाढ़ की वजह से 10 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी, जिनमें सेना के कई जवान भी शामिल थे. लेकिन अब मौतों का आंकड़ा बढ़कर 14 हो गया है.
मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा, हो रही पहचान
बाढ़ में जान गंवाने वालों में 10 लोगों की पहचान आम नागरिक के रूप में की गई है, बाकी के चार लोगों के बारे में अभी कुछ भी पता नहीं चल सका है. अधिकारियों के मुताबिक मंगलवार को बादल फटने के बाद चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने की वजह से रात को करीब डेढ़ बजे भयंकर बाढ़ के हालात पैदा हो गए. खबर के मुताबिक देशभर से सिक्किम पहुंचे 3000 से ज्यादा पर्यटक इस आपदा की वजह से वहां फंसे हुए हैं. यह जानकारी सिक्किम के मुख्य सचिव वी बी पाठक की तरफ से दी गई है. भीषण बाढ़ की वजह से काफी नुकसान भी हुआ है. 14 पुल बह गए हैं.