इस्लामाबाद । महंगाई और कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान को लेकर जो डर था वहां अब सच साबित हो रहा है। महंगाई और कंगाली दूर करने के लिए लोग अब किडनी बेचने पर मजबूर हो गए हैं। पाकिस्तान में भूख इम्तिहान ले रही है और कुछ लोग हैं, जो लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर किडनी निकाल रहे हैं। इसके साथ ही किडनी को महंगे दामों में बेच रहे हैं। पाकिस्तान में आठ लोगों को किडनी बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन आठ लोगों ने ऑपरेशन कर अब तक 328 किडनी निकाली है। बताया जा रहा है कि हर किडनी के लिए अमीरों से 1 करोड़ रुपए लिए जा रहे थे।
पाकिस्तान के पंजाब से लेकर कई शहरों तक किडनी चोरों का गिरोह सक्रिय है। जिनके निशाने पर पाकिस्तान के गरीब हैं। किडनी चोर गरीबों की कंगाली दूर करने का लालच देकर उनकी किडनी निकाल रहे हैं। पाकिस्तान में गरीबों की किडनी की कीमत तीस लाख पाकिस्तानी रुपए से लेकर 1 करोड़ तक है। किडनी चोर गैंग के आतंक का खुलासा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने खुद किया है।
पुलिस के अनुसार, कथित सरगना फवाद मुख्तार पर कम से कम 328 अवैध किडनी प्रत्यारोपण करने का आरोप है, जिसमें उसने अस्पतालों से कमजोर मरीजों को लुभाया था। रिपोर्ट के अनुसार, मुख्तार, एक डॉक्टर, को पहले चिकित्सा कदाचार के आरोप में पांच बार गिरफ्तार किया गया था, लेकिन हर बार जमानत मिलने के बाद रिहा कर दिया गया था। पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री ने कहा, उन्होंने एक कार मैकेनिक के साथ काम किया, जिसका नाम नहीं बताया गया है, जो एनेस्थीसिया देता था और मरीजों को लुभाने में मदद करता था। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के अंग निकाले गए उनमें से कुछ को यह नहीं पता था कि उनकी किडनी निकाली जा रही है।