मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. उम्मीदवारों की दूसरी सूची 18 या 19 अक्टूबर को जारी की जा सकती है. पहली सूची में कांग्रेस ने कुल 144 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है. पार्टी की ओर से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होते ही प्रदेश में विरोध के स्वर भी तेज हो गए हैं. इसका कारण यह है कि पार्टी ने कांग्रेस इंदौर से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए जिन तीन उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है, उनमें से एक क्षेत्र क्रमांक चार के प्रत्याशी पीएल (राजा) मांधवानी को लेकर विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है. इसका कारण यह है कि कांग्रेस ने भगवद्गीता जलाने वाले नेता को इंदौर क्रमांक चार से अपना प्रत्याशी बनाया है. हालांकि, इस क्षेत्र में कांग्रेस समर्थकों को उम्मीद थी कि पार्टी की ओर से अक्षय बम को टिकट दिया जाएगा, लेकिन पार्टी आलाकमान ने उनके नाम पर विचार ही नहीं किया. अक्षय बम को टिकट नहीं दिए जाने को लेकर भी विरोध-प्रदर्शन तेज है.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने इंदौर से जिन तीन लोगों को प्रत्याशी बनाया गया है, उनमें से बाकी दो को लेकर किसी को ऐतराज नहीं है. केवल पीएल मांधवानी को लेकर लोगों में नाराजगी अधिक है. आलम यह कि पार्टी के इस कदम के बाद कांग्रेस के जमीनी नेता पार्टी छोड़कर जाने लगे हैं. बताया जा रहा है कि इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक- 04 से राजा मांधवानी को कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशी घोषित करने के विरोध में टिकट की उम्मीद लगाए बैठे अक्षय बम के समर्थक बड़ी तादाद में कांग्रेस के कार्यालय गांधी भवन पहुंचे और यहां पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर चक्का जाम किया. इसके साथ ही उन्होंने राजा मंधवानी का पुतला फूंका.
मांधवानी का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि राजा मांधवानी निष्क्रिय नेता है, उन्हें नेता कहना ही गलत होगा. रातोंरात उन्हें पैराशूट से नीचे उतारा गया है. लोगों का कहना है कि कांग्रेस भले ही अक्षय बम को टिकट न दे न सही, लेकिन मांधवानी को उम्मीदवार न बनाए. इसका कारण यह है कि मांधवानी भगवद्गीता जलाने वाले व्यक्ति हैं और ऐसे व्यक्ति को कोई अपना नेता कैसे मान सकता है. इसीलिए उनकी उम्मीदवारी को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है.