भोपाल । मप्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बार का चुनाव अजब-गजब होने वाला है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है की सत्ता के लिए लडऩे वाली दोनों पार्टियों यानी कांग्रेस और भाजपा ने विभिषणों पर दांव लगाया है। इससे दोनों पार्टियों में बगावत और भितरघात की संभावना बढ़ गई है। इसका संकेत कांग्रेस की दूसरी सूची आने के बाद मिलने लगा है। दूसरी सूची में कांग्रेस ने 88 नामों का ऐलान किया है। इसमें दूसरी पार्टी से आए 7 नेताओं को टिकट दिया गया है। इससे कांग्रेस में बगावत और विरोध तेज हो गया है। जिन दावेदारों के टिकट कटे, उनके समर्थकों ने घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कुछ दावेदारों ने बगावत कर निर्दलीय खड़े होने की घोषणा तक कर दी, नाराज नेताओं को मनाने की कवायद अभी प्रदेश स्तर पर शुरू नहीं हुई है। मालवा निमाड़ में जावरा, रतलाम ग्रामीण, शुजालपुर, बुरहानपुर और महू सीट पर घोषित प्रत्याशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बुरहानपुर में कांग्रेस के 23 पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया है।
गौरतलब है की कांग्रेस ने अपनी दो सूचियों के माध्यम से अब तक 229 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी की जब पहली सूची जारी हुई थी तो कार्यकर्ताओं में उत्साह था, लेकिन दूसरी सूची जारी होते ही बगावत और विरोध बढ़ गया है। कांग्रेस ने दूसरी सूची में भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए दीपक जोशी को देवास जिले की खातेगांव सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। अभय मिश्रा को रीवा जिले की सेमरिया सीट से प्रत्याशी बनाया है। इन दोनों नेताओं ने दो महीने पहले कांग्रेस में वापसी की थी। होशंगाबाद सीट से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा के भाई और पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा को टिकट दिया है। गिरजा शंकर ने हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी। जबकि धार जिले की बदनावर सीट से भाजपा के पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत पर कांग्रेस ने भरोसा जताया है। वहीं नीमच जिले की जावद सीट से समंदर पटेल को टिकट मिला है। पटेल पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके अलावा निवाड़ी से भाजपा की मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष सरोज राय के बेटे अमित राय जिला पंचायत सदस्य को टिकट दिया गया है, भिंड सीट पर कांग्रेस को विधानसभा में अविश्वास के दौरान झटका देने वाले तत्कालीन उपनेता प्रतिपक्ष चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को उम्मीदवार बनाया है।
महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष कविता पांडे ने दूसरी सूची आने के बाद पार्टी के सभी पदो से इस्तीफा दे दिया। कविता पांडे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर लिखा कि कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से अपने आप को मुक्त करती हूं। धन्यवाद। कविता पांडे रीवा से टिकट की दावेदारी कर रही थी। रीवा शहर से पार्टी ने राजेंद्र शर्मा को टिकट दिया है। कांग्रेस की दूसरी सूची जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने रात में ही जावरा में कांग्रेस प्रत्याशी हिम्मत श्रीमाल का पुतला फूंका। यहां से वीरेंद्र सोलंकी और डीपी धाकड़ दावेदारी कर रहे थे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर शीर्ष नेतृत्व से टिकट बदलने की मांग की है। वहीं, रतलाम ग्रामीण में कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह डिंडौर को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस नेता उनको बाहरी बताकर विरोध कर रहे हैं।
बुरहानपुर में शेरा का विरोध
कांग्रेस ने बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा को टिकट दिया है। यहां पर अल्पसंख्यक उम्मीदवार घोषित करने की मांग की जा रही थी, लेकिन कांग्रेस ने शेरा पर भरोसा जताया है। इसके विरोध में रात में ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शेरा का पुतला फूंका। वहीं शुक्रवार को 23 पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया है।
सिवनी मालवा में भी विरोध
नर्मदापुरम के सिवनी मालवा में कांग्रेस ने अजय बलराम को प्रत्याशी बनाया है। यहां पर पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी दावेदारी कर रहे है। कांग्रेस की सूची आने के बाद रघुवंशी के समर्थकों ने देरात नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने पार्टी के निर्णय को गलत बताते हुए टिकट वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। रीवा जिले की सेमारिया सीट पर कांग्रेस ने अभय मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। अभय मिश्रा कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया, लेकिन अभी कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है। इसके पहले ही पार्टी ने दूसरी सूची में उनको प्रत्याशी बना दिया। स्थानीय कार्यकर्ताओं में पार्टी छोडक़र आने-जाने वालों को टिकट देने से नाराजगी है। शुजालपुर में कांग्रेस प्रत्याशी राम वीर सिंह का पुतला जलाया गया। इस सीट से योगेंद्र बंटी भी टिकट चाह रहे थे। उनके समर्थकों ने सडक़ों पर पुतले जलाए और नारे लगाए कि शराब ठेकेदार नहीं चलेगा। समर्थकों ने बड़े नेतागणों पर भी पैसा लेकर टिकट देने के आरोप लगाए।
बागी को पुरस्कार,नहीं करेंगे काम
बुरहानपुर में कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह शेरा को टिकट दिया। शेरा ने पिछला चुनाव कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय लड़ा था और चुनाव जीत गए थे। इस बार कांग्रेस ने उन्हें ही उम्मीदवार बना दिया, तो कांग्रेस नेता विरोध में उतर आए। इस सीट से कुछ अल्पसंख्यक नेता भी टिकट मांग रहे थे। नाराज कार्यकर्ता बोल रहे है कि कांग्रेस ने बागी को पुरस्कार दे दिया है। अब हम चुनाव में काम नहीं करेंगे। रतलाम में कांग्रेस ने लक्ष्मण सिंह डिंडोर को टिकट दिया है। वे झाबुआ में रहते है। इस सीट से थावर भूरिया टिकट मांग रहे है। वे पूर्व विधायक रह चुके है। डिंडोर का टिकट होने के दो दिन पहले ही उनके समर्थकों ने कांग्रेस के बड़े पदाधिकारियों को ज्ञापन दिया था। शुक्रवार को डिंडोर से नाराज कार्यकर्ता एकत्र हुए और कहा कि बाहरी उम्मीदवार नहीं चलेगा। उधर रतलाम की जावरा विधानसभा सीट पर हिम्मत श्रीमाली का विरोध शुरू हो गया है। इस सीट से करणी सेना के जीवन सिंह और कांग्रेस नेता वीरेद्र सिंह टिकट मांग रहे है थे। उनके समर्थकों ने विरोध किया। महू से कांग्रेस ने भाजपा छोडक़र कांग्रेस में आए रामकिशोर शुक्ला को टिकट दिया है। इससे पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार के समर्थक नाराज है। शनिवार को दरबार अपने समर्थकों के साथ महू में रैली निकालेंग और निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा कर सकते है। दरबार तीन बार लगातार महू से चुनाव हार चुके है। दरबार का कहना है कि हमारा सवाल है कि आखिर किस फार्मूले के तहत शुक्ला को टिकट दिया गया। वे कांग्रेस में 24 दिन पहले आए। उनका सर्वे में भी नाम नहीं है। फिर टिकट कैसे तय हो गया।
कुछ कमलनाथ, कुछ दिग्विजय ले गए, बाकी हाथ मलते रह गए: शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के टिकट वितरण को लेकर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पीसीसी चीफ कमलनाथ ले गए, कुछ पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ले गए, बाकी हाथ मलते रह गए। एक अपने पुत्र को तो वहीं दूसरा अपने पुत्र को स्थापित कर रहे हैं।