छत्तीसगढ़. में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट कटने से नाराज कांग्रेस विधायक के चुनाव लड़ने के फैसले के बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
कांग्रेस (Congress) नेताओं ने बताया कि विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) में अंतागढ़ (Antagarh) विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण पार्टी ने विधायक अनूप नाग (Anup Nag) के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उन्हें कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है.
नाग को पार्टी ने टिकट देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित अंतागढ़ से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया. इस सीट पर पहले चरण में सात नवंबर को मतदान होगा.
राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होगा. मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.
अंतागढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने रूपसिंह पोटाई को मैदान में उतारा है. वहीं भाजपा ने वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी को अपना उम्मीदवार बनाया है. उसेंडी 2018 में नाग से चुनाव हार गए थे.
पार्टी के इस कदम के बारे में पूछे जाने पर राज्य के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने संवाददाताओं से कहा, ”पहले यह निर्णय लिया गया था कि यदि कोई पार्टी के खिलाफ कार्रवाई करता है, तो उन्हें मनाने का प्रयास किया जाएगा, लेकिन अगर वे नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.”
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के एक अन्य विधायक किस्मत लाल नंद, जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया था, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) में शामिल हो गए हैं. जेसीसी (जे) ने नंद को उनकी मौजूदा सीट सरायपाली (एससी) से मैदान में उतारा है.