भोपाल। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले की जतारा विधानसभा सीट में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है। बीजेपी ने कांग्रेस प्रत्याशी किरण सिंह अहिरवार के खिलाफ चुनाव आयोग में जाति प्रमाण पत्र को लेकर शिकायत की है। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग में जतारा विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस प्रत्याशी किरण सिंह अहिरवार का नामांकन निरस्त किए जाने की मांग की है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि अवैध आधार पर किरण सिंह अहिरवार ने जाति प्रमाण-पत्र बनवाकर नामांकन जमा किया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बीजेपी ने कहा कि जतारा से कांग्रेस प्रत्याशी किरण सिंह अहिरवार मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी रामनिवास बैरवा की बेटी हैं। रामनिवास बैरवा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के प्रमुख सचिव रहे हैं। किरण अहिरवार की शादी टीकमगढ़ जिले के निवासी आशाराम सिंह से हुई है, जो रीवा में लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता के पद पर पदस्थ हैं।
स्वर्गीय रामनिवास बैरवा मूलतः राजस्थान के निवासी हैं और आईएएस बनने के बाद मध्यप्रदेश आए। चूंकि माइग्रेट होने वाले उन लोगों को ही दूसरे राज्य में आरक्षण का लाभ मिलता है, जब वे 1950 से पहले माइग्रेट हुए हों। ऐसे में श्री बैरवा 1950 के बाद मध्यप्रदेश में आए हैं, इस कारण वे राजस्थान में अनुसूचित जाति की श्रेणी में आने के बाद भी मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति की श्रेणी में नहीं आएंगे। जबकि किरण अहिरवार ने पिता के अनुसूचित जाति होने के आधार पर अनुसूचित जाति का अपना जाति प्रमाण-पत्र बनवाया है।
किसी महिला की जाति उसके पिता की जाति के आधार पर तय होती है न कि पति की जाति के आधार पर। इस कारण जतारा से कांग्रेस प्रत्याशी किरण अहिरवार का जाति प्रमाण-पत्र विधिक आधारों अनुसूचित जाति का नहीं होने के कारण जांच कर उनका नामांकन पत्र निरस्त किया जाए।