रायपुर. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का कहना है, पहले चरण के चुनाव में भाजपा को 14 सीटें मिलेंगी और कुल मिलाकर 50 सीटों के साथ भाजपा की सरकार बन रही है। जहां तक भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री का सवाल है तो इसका फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
डॉ, रमन कहते हैं भाजपा का एक सामान्य कार्यकर्ता हूं। 2003 से लेकर अब तक पार्टी ने अलग-अलग दायित्व दिए जिनको पूरा करने का काम मैंने किया है। पार्टी ने पार्षद से लेकर केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री तक का जिम्मा दिया। अब पार्टी के लिए भाजपा के सभी प्रत्याशियों को जीत दिलाने का काम कर रहा हूं। उनका कहना है कांग्रेस सरकार ने प्रदेश का पूरा विकास बंद कर दिया। पूरे राज्य को तहस-नहस कर दिया है। पांच साल में कांग्रेस सरकार से इस राज्य को जहां बहुत ज्यादा पीछे कर दिया है, वहीं राज्य को अपराध गढ़ बना दिया है। लोगों को जुएं, सट्टे की लत लगा दी। घोटालों पर घोटाला हुए हैं। महादेव एप की बात हो या फिर घोटालों की बात हो, आज इस राज्य की पहचान बदल गई है। उनका कहना है जोगी की सरकार ने तीन साल में प्रदेश की जो दुर्दशा की थी, उससे चार गुना ज्यादा दुर्दशा इस सरकार ने कर दी है।
डॉ. रमन का कहना है पहले चरण की 20 सीटों में से भाजपा 14 जीत रही है। इसके बाद से ही मुख्यमंत्री को समझ में आ गया है कि क्या होने वाला है, यही वजह है कि घोषणा पर घोषणा किए जा रहे हैं। जब भी उनके पास सर्वे की रिपोर्ट आती है, वो कोई न कोई घोषणा कर देते हैं। उनकी घोषणाओं से होना कुछ नहीं है। भाजपा इस चुनाव में 50 सीटों के साथ फिर से सरकार बनाने जा रही है। अब राज्य में फिजा भाजपा के पक्ष में बदल चुकी है। मैं दावे के साथ कह रहा हूं, अब तक मैंने राजनांदगांव से जितने भी चुनाव लड़े हैं, उनमें सबसे ज्यादा मतों से इस बार के चुनाव में जीत रहा हूं।
संकल्प पत्र में ज्यादा सावधानी बरती डॉ.. रमन कहते हैं संकल्प पत्र में इस बार बहुत ज्यादा सावधानी बरती गई है। पिछले चुनाव में कुछ चूक हो गई थी, जो गलतियां पिछली बार हुई थीं, उसको इस बार सुधारा गया है। भाजपा ने यह महसूस किया कि किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम मिलना चाहिए और हमने धान की कीमत 31 सौ रुपए की और 21 क्विंटल धान खरीदने का वादा भी किया। भाजपा हमेशा से किसानों काे सशक्त बनाने की पक्षधर रही है। भाजपा ने जो घोषणा की है, वह सोच समझ कर की है, इसको लेकर पूरा अध्ययन किया गया है। छत्तीसगढ़ में संसाधनों की कमी नहीं है। जरूरत है योजना बनाकर उसका उपयोग करने की। ऐसा करने से कोई परेशानी होने वाली नहीं है। भाजपा के जो भी मुख्यमंत्री बनेंगे, उनको किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। भाजपा की सोच किसानों को कर्ज से ही मुक्ति दिलाने की है। यही वजह है कि भाजपा ने फैसला किया है कि दो साल का बकाया बोनस किसानों काे भाजपा की सरकार बनने के बाद 25 दिसंबर को दिया जाएगा। 42 सौ करोड़ का बोनस मिलने के बाद किसानों को कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।