नई दिल्ली. प्रदेश भाजपा ने दिल्ली जल बोर्ड में 500 करोड़ रुपये का घोटाला के अपने आरोप को तूल देना शुरू कर दिया है. भाजपा ने इस घोटाले के तार शराब घोटाले से जुड़े होने का दावा किया. उसने इस मामले में मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण मांगा है. भाजपा ने 24 घंटे में जवाब न देने पर जल बोर्ड कार्यालय का घेराव करने और उनके त्याग पत्र की मांग को लेकर अभियान शुरू करने का ऐलान किया.
भाजपा ने इस घोटाले को अपराध की संज्ञा देते हुए उपराज्यपाल से इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की. प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी व प्रदेश मंत्री बांसुरी स्वराज ने जल बोर्ड घोटाले के मामले में मुख्यमंत्री व उसके मंत्रियों पर आरोपों की झड़ी लगाई. इस मौके पर वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार के मंत्री अपनी सरकार के भ्रष्टाचार को अधिकारियों पर थोपने का कार्य कर रहे है. रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दावा किया कि जल बोर्ड में हुए घोटाले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, जल बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज और विधायक सदस्य नरेश बाल्यान लिप्त है. बांसुरी स्वराज ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने यमुना नदी की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला करके लोगों की आस्था पर चोट पहुंचाई है. उनको इस अपराध के लिए यमुना नदी के साथ-साथ दिल्ली की जनता माफ नहीं करेगी.