रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कस्टम मिलिंग चावल घोटाले की जांच तेज कर दी है। 175 करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोपित छत्तीसगढ़ राज्य विपणन संघ लिमिटेड (मार्कफेड) के पूर्व एमडी मनोज सोनी, पूर्व विपणन अधिकारी पूजा केरकेट्टा समेत छह राइस मिलरों पर कानून का शिकंजा कसने की तैयारी है। ईडी के रडार में आए सभी लोगों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। ईडी को जांच के दौरान मार्कफेड दफ्तर और राइस मिलरों से 1.06 करोड़ रुपये नकद और वसूली करने से संबंधित दस्तावेज मिले थे। रुपये का हिसाब नहीं देने पर जब्त किया गया है। दस्तावेजों की जांच के दौरान मिले इनपुट के आधार पर वसूली के खेल में शामिल सिंडीकेट की भी गिरफ्तारी तय मानी जा रही है। जांच के घेरे में आए अधिकारी-कर्मचारी और राइस मिलरों को गिरफ्तारी का डर सताने लगा है। ईडी ने दावा किया कि मार्कफेड के एक पूर्व प्रबंध निदेशक और स्थानीय राइस मिलर्स एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने ताकतवर लोगों के लिए 175 करोड़ रुपये की रिश्वत ली। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ईडी ने राज्य में कोयला लेवी, शराब घोटाले के साथ महादेव एप सट्टेबाजी मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी की है। वहीं कई रडार पर हैं। उक्त मामलों में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार से जुड़े स्थानीय राजनेताओं और नौकरशाहों पर साठगांठ कर करोड़ों रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। एजेंसी ने अब तक इन मामलों में दो आइएएस अधिकारियों, एक राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, कुछ पुलिस कर्मचारियों, कारोबारियों को गिरफ्तार किया है।
You May Also Like
More From Author
Posted in
अन्य
जम्मू-कश्मीर में खुला AAP का खाता, मेहर मलिक ने जीती डोडा सीट
Posted by
city24x7 news