रायपुर। लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज हो चुकी है। चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। आप के बड़े पदाधिकारियों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। जानकारी के मुताबिक ये सभी नेता आप के आइएनडीआइए गठबंधन में शामिल होने से नाराज चल रहे थे। इन सभी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और प्रदेश भाजपा प्रभारी ओम माथुर के सक्षम पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी, चुन्नी लाल साहू, भाजपा मुख्य प्रवक्ता एवं वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर, कार्यक्रम अध्यक्ष शिवरतन शर्मा उपस्थित थे। नए सदस्यों को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि राष्ट्र निर्माण का रास्ता चुनने पर आप सभी को बधाई। भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है। राष्ट्र को अगर वापस सोने की चिड़िया बनाना है तो वह भाजपा बनाएगी। भगवान राम को लेकर जारी सियासत को लेकर ओम माथुर ने कहा कि, राम भाजपा के नहीं बल्कि पूरे विश्व के हैं। जिन्होंने राम का अपमान किया है उनसे मैं कहना चाहता हूं कि इस बार हम 400 नहीं बल्कि उसके पार जाएंगे। छत्तीसगढ़ में 2023 में इतिहास बदला है, लोकसभा चुनाव में हम सब मिलकर 11 कमल के फूल मोदी जी को भेजेंगे। जिन लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली है, उनमें आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश मिरी, आप यूथ विंग के प्रदेशाध्यक्ष रहे रविंद सिंह, ओबीसी प्रकोष्ठ अध्यक्ष रहे कमलकांत साहू, आप के प्रदेश सचिव रहे विशाल केलकर शामिल है। वहीं अखंड लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष विनोद पटेल ने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय किया है। बतादें कि छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। इस विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 53 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था। विधानसभा चुनाव में आप के सभी 53 उम्मीदवार भारी अंतर से हार गए। आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में दूसरी बार चुनाव लड़ा था। इस विधानसभा चुनाव में आप ने 53 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे 0.93 प्रतिशत वोट मिले। वहीं, 2018 के चुनाव में आप ने 85 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 0.87 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे।
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