स्वर्गीय जूदेव से सीखी विनम्रता और सबके प्रति अपनापन का भाव
स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की जयंती पर नमन करते हुए बोले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
कहा मरीजों के इलाज का काम सबसे अच्छा लगता है। केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में प्रधानमंत्री श्री मोदी से आग्रह कर पहले ही साल में प्रधानमंत्री राहत कोष की 12 करोड़ रुपए की राशि मरीजों के इलाज के लिए लगाई
छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने एंबुलेंस भेंट की
रायपुर । आज स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव जी की जयंती है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को एसोसिएशन की ओर से एंबुलेंस भेंट किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय जूदेव से जुड़ी पुरानी यादों को साझा किया। उन्होंने बताया कि स्वर्गीय जूदेव से मैंने विनम्रता सीखी है। कार्यकर्ताओं के प्रति अपनापन सीखा है। उनके भीतर गहरा सेवा भाव था। मुझे भी यह सेवा भाव बहुत भाता है। मरीजों के प्रति सेवा भाव में जो आनंद है। वह और किसी चीज में नहीं है। अपने 30 बरस के राजनीतिक जीवन में मैंने अनेक लोगों का इलाज कराया। यह मेरा सबसे बड़ा संतोष है। उन्होंने बताया कि राज्य मंत्री के रूप में एक ही बरस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह कर प्रधानमंत्री राहत कोष से 12 करोड रुपए की राशि से मरीजों का इलाज कराया। डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्वकाल में हर दूसरे तीसरे दिन उन्हें किसी मरीज के इलाज के लिए पत्र लिखता था। वे कहते थे कि सबसे ज्यादा मरीजों के इलाज के लिए पत्र आपके पास से आते हैं। वे हमेशा मेरा आग्रह स्वीकार करते थे और मरीजों की इलाज के लिए तत्काल कार्रवाई कराते थे। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सभी को महाशिवरात्रि और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी। मुख्यमंत्री साय ने स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की जयंती पर उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने जूदेव का स्मरण करते हुए कहा कि जूदेव मेरे राजनीतिक गुरु रहे और आज मैं जिस मुकाम पर हूँ वहाँ पहुंचने पर उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। उनसे मैंने राजनीति सीखी, विनम्रता सीखी, कार्यकर्ताओं से किस तरह व्यवहार करना चाहिए सब सीखा। मैं आप सभी एसोसिएशन के सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि आप सभी ने मरीजों की सेवा के लिए एम्बुलेंस भेंट किया है। मुख्यमंत्र ने कुनकुरी में सड़क दुर्घटना का शिकार हुए एक ट्रक ड्राइवर का किस्सा सुनाते हुए बताया कि दुर्घटना से ठीक होने के पश्चात ड्राइवर ट्यूमर से ग्रसित हो गया। ट्यूमर इतना बड़ा था कि ड्राइवर को ट्रक चलाने में भी परेशानी होने लगी और छिपाने के लिए हमेशा एक चादर ओढ़े रहता था।जब मुझे इस बात कि जानकारी हुई तो मैं उसे लेकर दिल्ली एम्स गया। वहाँ डॉक्टर्स की टीम ने 16 किलोग्राम का ट्यूमर उस ड्राइवर के शरीर से काटकर अलग किया और उन्होंने बताया कि यह अपने तरह का पहला ऐसा मामला था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तो मुझे भी यह याद नहीं कि कितने लोगों का मैंने ईलाज करवाने में सहायता की। मुख्यमंत्री ने एसोसिएशन के सदस्यों का धन्यवाद देते हुए कहा कि एम्बुलेंस भेंट करने का यह एक सराहनीय प्रयास है और बहुत ही अच्छा काम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं। उनकी सोच है कि हम देश को फिर से विश्व गुरु बनाएं, फिर से यह देश सोने की चिड़िया कहलाये और विकसित भारत की हमारी परिकल्पना साकार हो। इस दिशा में उनका प्रयास सार्थक भी हो रहा है। 2014 से पहले हमारे देश की इकोनॉमी 11 वें स्थान पर थी इन 10 वर्षों में 5 वें स्थान पर आ गयी और आगे 5 वर्षों में तीसरे स्थान पर होंगी। विकसित भारत की ज़ब बात करते हैं तो हमें विकसित छत्तीसगढ़ की बात करनी होगी और विकसित छत्तीसगढ़ की बात करते हैं तो उनमें आप सबका योगदान जरूरी है। चाहे वह प्रत्येक छत्तीसगढ़वासी हो चाहे उद्योगपति हो आप सभी का योगदान आवश्यक है। विकसित छत्तीसगढ़ बनाने पर ही मोदी के विकसित भारत का सपना पूरा होगा। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी को इस पुनीत कार्य के लिए बधाई देता हूँ कि आपने गरीबों की सेवा और इलाज जैसे नेक कार्य के लिए अपना हाथ बढ़ाया है। इस अवसर पर विधायक गुरु खुशवंत साहब, राम प्रताप सिंह, एसोसिएशन के अध्यक्ष अंजय शुक्ला एवं पदाधिकारीगण उपस्थित थे।