रायपुर। पुलिसकर्मी की पत्नी जाली सिंह की उसके ही घर में कैंची मारकर हत्या करने की योजना आरोपित जय सिंह ने पहले से बना ली थी। दरअसल जाली से अवैध संबंध बनने के बाद पहले से शादीशुदा और दो बच्चों का पिता जय नहीं चाहता था कि वह अपनी पत्नी, बच्चों को छोड़कर जाली से शादी करे। वहीं पति से अलग रह रही जाली लगातार जय पर शादी करने का लगातार दवाब बनाती आ रही थी। वह धमकी भरे लहजे में बोलती थी कि शादी नहीं करोंगे तो पुलिस में शिकायत कर दूंगी। इससे परेशान जय को एक ही रास्ता सूझा, हमेशा-हमेशा के लिए जाली को ही रास्ते से ही क्यों न हटा दूं। इसके लिए जय ने क्राइम की कई वेबसीरीज देखी। हत्या की वारदात को बड़ी सफाई से अंजाम देने और पुलिस को आसानी में धोखा देकर बच निकलने उसने बेवसीरीज से ही सीखा कि वारदात से पहले और बाद में मोबाइल का बिलकुल इस्तेमाल नहीं करना है और न ही मृतिका के मोबाइल से उसके कोई संपर्क, संबंध का पता चल सके। लिहाजा हत्या के बाद वह जाली का मोबाइल भी साथ ले गया, लेकिन हड़बड़ी में वह मोबाइल रास्ते में गिर गया। यह मोबाइल एक राहगीर को मिला। पुलिस की साइबर यूनिट लोकेशन ट्रेस कर मोबाइल तक पहुंची। इसके बाद मोबाइल का डाटा निकालने पर प्रेम-प्रेमी और धोखे की पूरी कहानी सामने आ गई। पुलिस को कई दिनों तक छकाने के बाद आखिरकार गिरफ्त में आए जय सिंह उर्फ राहुल ने पूछताछ में बताया कि वह मुंबई के कोनगांव कल्याण में नौकरी करता है। चार साल से उसका संपर्क मृतिका जाली सिंह से इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से हुआ था। दोनों मोबाइल पर घंटों बातचीत करते थे और रिल्स भी बनाते थे। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम-संबंध बन गए। जय सिंह नवंबर 2023 से लगातार मुंबई से फ्लाइट या ट्रेन से रायपुर आकर एक-दो दिन आमासिवनी स्थित पुलिस हाउसिंग बोर्ड कालोनी सरदार वल्लभ भाई पटेल परिसर में आकर जाली के घर पर ही रूकता था। फिर वापस लौट जाता था। पति से अलग रहने के कारण जाली हमेशा जय पर विवाह करके साथ रहने को कहती थी लेकिन जय तत्काल शादी नहीं करने की बात कहकर टालमटोल करता था। जय ने बताया कि घर में भी मृतिका को लेकर अक्सर वाद-विवाद होता था। पांच मार्च को वह जाली को रास्ते से हटाने की पूरी योजना बनाकर मुंबई से नियमित विमान से यहां पहुंचा और ई-रिक्शा से जाली के घर बकायदा टोपी पहनकर, चेहरे स्कार्प और मास्क लगाकर गया, ताकि कालोनी में कोई उसे पहचान न सके। सबसे पहले उसने पुलिस कालोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग बंद कर दी। घर में दाखिल होते ही मृतिका जाली ने फिर से विवाह करने की जिद पकड़ ली, जिसे लेकर विवाद इतना बढ़ा कि जाली को जय ने धक्का देकर गिरा दिया। इससे उसके सिर में चोट लगीं। इसी बीच मौका पाकर जय ने साथ लाए कैंची से जाली के गले में वार कर मौत के घाट उतार दिया। फिर मृतिका का मोबाइल लेकर आसपास किसी को बिना भनक लगे मकान के दरवाजे पर बाहर से ताला लगाकर निकल गया ताकि आवाज होने पर भी कोई जाली की मदद ना कर सके। हत्या की पूरी योजना बनाकर मुंबई से रायपुर पहुंचे जय सिंह ने आने-जाने का फ्लाइट का टिकट बुक कराया था।वारदात के बाद वह एयरपोर्ट पर पहुंचा तब तक फ्लाइट उड़ान भर चुकी थी। पकड़े जाने के डर से वह सीधे ई रिक्सा से रेलवे स्टेशन पहुंचा फिर पुरी एलटीटी एक्सप्रेस ट्रेन से बिना टिकट भुसावल गया। वहां से कमायनी एक्सप्रेस ट्रेन में बैठकर इलाहाबाद पहुंचा फिर भदोही स्थित अपने गांव में जाकर छिप गया। उसने अपना मोबाइल भी बंद कर रखा था। हत्या के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने जांच शुरू की। जाली के पति शिवपाल सिंह, कालोनी में ही रहने वाली ननद कल्पना सिंह समेत कई लोगों से पूछताछ में संदेही के आने-जाने की जानकारी मिली। घटना स्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा खंगालने पर संदेही का फूटेज सामने आया। पुलिस की साइबर विंग ने जब डाली सिंह के फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य इंटरनेट मीडिया के प्लेटफार्म की जांच की तो जय सिंह पर शक की सुई जाकर टिक गई। पुलिस कालोनी समेत माना एयरपोर्ट, घाटकोपर, मुंबई मेट्रो में जय का सीसीटीवी फूटेज मिलने पर उसके कदकाठी,हुलिए का मिलान होते ही एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट, विधानसभा थाने की पुलिस की संयुक्त टीम मुंबई और उत्तर प्रदेश रवाना हुई। दोनों स्थानों पर पुलिस ने कैंप कर जय सिंह को तलाशना शुरू किया। बुधवार देर शाम को उत्तरप्रदेश के भदोही जिले के ग्राम पाली थाना सूरयामा स्थित घर में जय सिंह के छिपे होने की पुख्ता खबर मिलते ही पुलिस टीम ने दबिश देकर उसे दबोच लिया।उसके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त कैंची, दो मोबाइल जब्त कर लिया गया।
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