पिथौरागढ़। आदि कैलास यात्रा सड़क मार्ग से इसी माह अंतिम सप्ताह से शुरू हो जाएगी। प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारी कर ली गई है। आदि कैलास मार्ग में जमा बर्फ को हटाने में सीमा सड़क संगठन तेजी से जुटा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले साल आदि कैलास दर्शनों के बाद से ही यहां विश्व प्रसिद्ध आदि कैलास यात्रा जाने के लिए भारी संख्या में यात्री आ रहे हैं।
प्रशासन की तरफ से सड़क खुलने के तत्काल बाद श्रद्धालुओं को शिवधाम जाने की अनुमति दे दी जाएगी। बतादें कि 10 मई को आदि कैलास मंदिर के कपाट खुलेंगे और वहां पूजा अर्चना शुरू होगी। इससे पहले पर्यटक आदि कैलास पर्वत और ओम पर्वत के दर्शन कर सकेंगे। यात्रा को सुगम बनाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
उच्च हिमालयी क्षेत्र की चोटियां बर्फ से लकदक
पिथौरागढ़। सीमांत के उच्च हिमालयी क्षेत्रों की चोटियां गर्मी में भी बर्फ से लकदक हैं। धारचूला से लेकर मुनस्यारी तक उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ताजा हिमपात हुआ है। मुनस्यारी में अप्रैल के इन 24 दिनों में सात बार बर्फ गिर चुकी है।
कई जगह बर्फ एक से दो फीट तक जमा हो चुकी है। नियमित अंतराल में हो रही बर्फबारी के बाद मुनस्यारी में ठंड अभी भी बनी हुई है। मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्र पंचाचूली, राजरम्भा, हसलिंग, छिपलाकेदार, मिलम, लास्पा आदि में ताजा हिमपात हुआ।
आदि कैलास के लिए उड़ेंगे दो हेलीकॉप्टर
पिथौरागढ़। आदि कैलास एवं ओम पर्वत के दर्शन करा रही ट्रिप टू टैंपल कंपनी को एक और हेलीकॉप्टर की स्वीकृति मिल गई है। कंपनी के ऑपरेशनल मैनेजर अभिनव ने बताया की 26 अप्रैल से 9 मई तक कंपनी के दो हेलीकॉप्टर पिथौरागढ़ से गुंजी के लिए उड़ेंगे। अब तक 110 यात्रियों ने हेली सेवा से रजिस्ट्रेशन कर लिया है। यहां हेली से यात्रा 15 अप्रैल से प्रारंभ हुई थी। अब तक 34 यात्रियों ने हेली से आदि कैलास व ओम पर्वत के दर्शन किए हैं।