अलवर.
अलवर के निकट भरतपुर मार्ग पर स्थित बगड़ राजपूत में किए जा रहे मधुमक्खी पालन के डिब्बों में अज्ञात लोगों ने आग लगा दी। यह मधुमक्खी पालन गांव के पास गोचर भूमि पर किया जा रहा था। आग लगने से लाखों मधुमक्खियां जलकर नष्ट हो गई और करीब सौ डिब्बे जलकर राख हो गए। आग लगने से आठ लाख रुपये का नुकसान हो गया। मधुमक्खी पालन करने वाला अपने गांव गया हुआ था।इस संबंध में अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिली है, लेकिन मधुमक्खी पालक को भारी नुकसान हुआ है।
मधुमक्खी पालन का यह व्यापार उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला निवासी नोशाद का था। नोशाद ने बताया कि सहारनपुर में मधुमक्खी पालन करने वालों की बैठक थी, वह इसी में भाग लेने सहारनपुर गया हुआ था। पीछे से किसी ने जान बूझकर मधुमक्खी पालन के डिब्बों में आग लगा दी। उसने बताया कि उसके पास फोन आया कि उसकी मधुमक्खी के डिब्बों में आग लगा दी गई है। उसने तुरंत यहां आकर देखा तो करीब सौ डिब्बे जले हुए मिले। यह आग किसने लगाई, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है। लेकिन यह आग जिसने भी लगाई, उसकी मंशा उसके प्रति अच्छी नहीं रही होगी। आग लगाने वाले के मन मे क्या मंशा रही, इसका भी पता नहीं चला है। लेकिन आग लगने वाले ने मधुमक्खी पालक का लाखों का नुकसान अवश्य कर दिया। इस नुकसान से उसको क्या फायदा हुआ, यह भी सोचने वाली बात है। क्योंकि इस आग में लाखों मधुमक्खियां भी जलकर मर गई। वैसे एक बात अवश्य है कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी ने मधुमक्खी पालन के डिब्बों में आग लगाई हो। अन्यथा मधुमक्खी पालन का यह व्यवसाय कई जगहों पर होता है। लेकिन इससे पहले इस तरह की घटना कभी नहीं हुई। खास बात यह है कि जिस जगह यह डिब्बे लगे हुए थे, वो रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के तहत आता है, जहां उपचुनाव हो रहे हैं।