सिरसा
जननायक जनता पार्टी के प्रदेश के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने प्रदेशभर में जारी डीएपी की किल्लत पर चिंता जाहिर की है। दिग्विजय सिंह चौटाला ने डीएपी को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है।
क्या बोले दिग्विजय सिंह चौटाला?
जारी बयान में दिग्विजय चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार एक ओर जहां स्वयं को किसान हितैषी होने की बात कहती है। वहीं, किसानों के बिजाई के सीजन में डीएपी भी उन्हें उपलब्ध नहीं करवा रही, जिससे उसका वास्तविक चेहरा जनता के सामने आ चुका है। उन्होंने कहा कि यदि इस समय किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध न करवाई तो उसका व्यापक प्रभाव सरसों-गेहूं के उत्पादन भी पड़ेगा।
सीएम सैनी से किया यह आग्रह
दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि डीएपी की पर्याप्त उपलब्धता न होना सीधे तौर पर शासकीय व प्रशासकीय उदासीनता को दर्शाता है। यदि बिजाई के सीजन से पूर्व ही इस पर ध्यान दिया गया होता तो आज किसानों को कतार में लगकर डीएपी का इंतजार न करना पड़ता। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे किसानों की स्थिति को देखते हुए अविलंब पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध करवाने का काम किया जाए।
हरियाणा में डीएपी की कमी पर क्या बोले सीएम?
वहीं, हरियाणा में डीएपी खाद की कमी के मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खुलकर बातचीत की है। सीएम ने कहा कि हरियाणा में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं है। विपक्षी नेता इसको लेकर नकारात्मक माहौल बनाने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, सच्चाई तो यही है कि सभी किसानों को समय पर खाद मिल रही है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों को आश्वासन दिया कि डीएपी (डाई-अमोनियम फॉस्फेट) उर्वरक की कोई कमी नहीं है, डीएपी को लेकर एक 'नैरेटिव' बनाई गई है कि प्रदेश में इसकी कमी है। सीएम ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल रबी सीजन में प्रदेश में डीएपी खाद की कुल खपत एक लाख 19 हजार 470 टन थी, जबकि इस बार अक्टूबर में डीएपी खाद की खपत एक लाख 14 हजार टन रही है। और इस समय प्रदेश में डीएपी की उपलब्धता 24 हजार टन है।