महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के संभाजीनगर में AIMIM के प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ के नारे "बंटेंगे तो कटेंगे" पर कड़ा पलटवार किया है। अकबरुद्दीन ने इस नारे के मुकाबले इत्तेहाद (एकता) का नारा दिया और मुस्लिम समुदाय से एकजुट होकर उनकी पार्टी AIMIM को समर्थन देने की अपील की।
"बंटेंगे तो कटेंगे" पर अकबरुद्दीन का पलटवार
अकबरुद्दीन ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ के "बंटेंगे तो कटेंगे" के नारे को चुनौती दी। उन्होंने कहा, "आप लोग बीफ, मॉब लिंचिंग, घर वापसी, टोपी और दाढ़ी के नाम पर देश में नफरत फैला रहे हैं। क्या इससे देश कमजोर नहीं हो रहा?" उन्होंने कहा कि ये हरकतें केवल हिंदू-मुसलमान के बीच दरार डालने का काम कर रही हैं। अकबरुद्दीन ने यह भी जोड़ा कि मुसलमानों और हिंदुओं को आपस में लड़ाकर देश को बांटना सही नहीं है।
'हिंदुस्तान मेरा भी है'…
अकबरुद्दीन ने जनता से कहा, "नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ, हिंदुस्तान जितना आपका है, उतना ही मेरा भी है।" उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह एक मुसलमान हैं, और इसलिए मुसलमानों की आवाज उठाते हैं। अकबरुद्दीन का यह बयान धार्मिक और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने की कोशिश के रूप में देखा जा सकता है, जबकि बीजेपी और उनके समर्थकों द्वारा आरोप लगाए गए हैं कि वे देश में धर्म के आधार पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने आगे लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं तो खुला बोल रहा हूं कि मैं मोदी-योगी का दुश्मन हूं।
ओवैसी का विवादित बयान: 'अभी 15 मिनट बाकी है'
अकबरुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण के दौरान एक बार फिर "15 मिनट" का संदर्भ दिया, जो कि कुछ साल पहले उनके द्वारा दिए गए विवादित बयान से जुड़ा हुआ था। उन्होंने लोगों से कहा कि "कैंपेनिंग का टाइम 10 बजे, अभी 15 मिनट बाकी है", यह इशारा उस बयान की ओर था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि 15 मिनट में वह देश के हालात बदल सकते हैं। ओवैसी ने इस अवसर पर भी योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी नीतियों को नकारात्मक बताया।
मतदान को लेकर AIMIM का चुनावी अभियान तेज
अकबरुद्दीन ओवैसी ने यह भी दावा किया कि 20 नवंबर को महाराष्ट्र में वोटिंग के दौरान आसमान में केवल पतंग ही नजर आएगी। यह बात उन्होंने AIMIM के चुनावी चिह्न 'पतंग' के संदर्भ में कही, जो पार्टी का प्रतीक है। साथ ही उन्होंने 23 नवंबर को होने वाली वोटों की गिनती के दिन भी अपनी पार्टी की जीत का दावा किया।
मुसलमानों की एकजुटता का आह्वान
अकबरुद्दीन ओवैसी के इस बयान ने एक बार फिर धार्मिक राजनीति और सांप्रदायिक एकता के बीच बढ़ते तनाव को उजागर किया। उनका इत्तेहाद का नारा इस बात की ओर इशारा करता है कि मुस्लिम समुदाय को एकजुट होकर अपनी राजनीतिक ताकत दिखानी चाहिए। ओवैसी का यह कदम भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों की आलोचना करने का एक तरीका था, जबकि वह अपनी पार्टी की मुस्लिम समुदाय के बीच स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रहे