केकड़ी.
केकड़ी क्षेत्र में इस बार औसत से अधिक बारिश से तकरीबन सभी बांध व तालाब लबालब भरे हुए हैं, जिससे खेत में बोई गई फसल व आने वाली अगली फसलों की सिंचाई के लिए किसानों में निश्चिंतता व्याप्त है। अब अच्छी बारिश के प्रतिफल के रूप में बांधों में जमा पानी का उपयोग खेतों में खड़ी फसलों को उन्नत बनाने में शुरू किया गया है। इन दिनों फसलों की सिंचाई का समय चल रहा है, जिसके मद्देनजर बांधों से नहरों में पानी छोड़ने का सिलसिला शुरू किया गया है।
गत 30 अक्तूबर को लसाड़िया बांध की नहरों में पानी छोड़ा गया था। अब बुधवार को बिसुन्दनी व नाहर सागर बांध से नहरों में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया है। बिसुन्दनी बांध पर सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता महेंद्र कुमार खाती और बांध की जल वितरण कमेटी के सदस्यों द्वारा बुधवार को सुबह सवा नौ बजे विशेष पूजा अर्चना के बाद बांध के हेड रेगुलेटर को खोलकर बांध की दांई मुख्य नहर व बांई नहर में पानी का प्रवाह शुरू किया गया। पानी छोड़ने के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा नहरी क्षेत्र का निरीक्षण कर अंतिम छोर तक पानी पहुंचाना सुनिश्चित किया जाएगा। प्रथम पाणत में नहर 30 दिन तक खुली रहेगी। इसके बाद द्वितीय एवं तृतीय पाणत में पानी छोड़ने का निर्णय जल वितरण कमेटी एवं ग्राम वासियों के अनुसार लिया जाएगा। बिसुन्दनी बांध की नहर खोलने पर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व केकड़ी विधायक शत्रुघ्न गौतम का आभार व्यक्त किया तथा इस अवसर पर एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। इस दौरान कनिष्ठ अभियता महेंद्र कुमार खाती व महीशिखा, बिसुन्दनी बांध के दाई मुख्य नहर के अध्यक्ष लक्ष्मण मीणा, बिसुन्दनी बांध के बाई नहर के अध्यक्ष गोपाल बलाई, जल वितरण कमेटी के सदस्य शंकर लाल मीणा, कालूराम खारोल, भोजाराम मीणा, भेरू लाल लोधा, उदाराम मीणा, बजरंग कुमावत, ग्राम पंचायत कुशायता के सरपंच रसाल देवी खारोल, ग्राम पंचायत गोरधा के सरपंच पपिता देवी मीणा, वार्ड पंच सुरेश बलाई, आशा देवी वैष्णव, संजू देवी सेन, उपसरपंच लादूराम मीणा, रवि वैष्णव, ओम प्रकाश मीणा, हंसराज खारोल, सोहन मीणा, गोपाल मीणा, सुरेंद्र मीणा, महावीर मीणा, शंकर लाल मीणा, गोपाल मीणा, मानसिह मीणा, रामसिंह मीणा, गणपत मीणा, मनोज मीणा, ठेकेदार हैदर अली, नसीरुद्दीन, लतीफ, चंद्रशेखर सिंह आदि मौजूद थे। कनिष्ठ अभियंता खाती ने बताया कि नहरों में पानी छोड़े जाने के बाद अवैध तरीके से पानी का दुरुपयोग करने व नहर को किसी भी प्रकार से क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ सिंचाई अधिनियम के अनुसार कड़ी कारवाई करने की चेतावनी दी गई है। बताया गया कि दोनों नहरें 24 घन्टे खुली रहेगी और देखरेख की जिम्मेदारी नहर समिति के अध्यक्ष की रहेगी। उल्लेखनीय है कि बिसुन्दनी बांध का कुल भराव गेज 3.27 मीटर अर्थात 10.8 फीट है तथा भराव क्षमता 295 मीटर घन फिट है। इसी प्रकार केकड़ी क्षेत्र के पिपलाज ग्राम पंचायत मुख्यालय के नाहर सागर बांध की नहर भी बुधवार को दोपहर खोल दी गई। बताया गया कि कनिष्ठ अभियंता महिशिखा व जल वितरण कमेटी के सदस्यों सहित ग्रामीणों द्वारा बांध पर दोपहर सवा दो बजे पूजा अर्चना कर नहर मे पानी छोड़ा गया। नाहर सागर बांध में कुल भराव गेज 3.10 मीटर अर्थात 10.2 फिट है तथा भराव क्षमता 160 मीटर घन फिट है। नहरों में पानी छोड़ने की शुरुआत होने से किसानों में खुशी का माहौल है, क्योंकि पर्याप्त वर्षा के बाद बांध से छोड़े गए पानी से न केवल किसान लाभान्वित होंगे, बल्कि क्षेत्र की फसलें भी समृद्ध होंगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।