कन्नौज में नदी पर बने पुल के स्लैब के खिसकने के कारण हो रहा कंपन, भारी वाहनों के आवागमन पर लगी रोक

कन्नौज
उत्तर प्रदेश के कन्नौज में गंगा पर बने पुल के एक पिलर के धंसने की खबर आई है। इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस फोर्स के साथ अधिकारियों ने निरीक्षण किया और बैरिकेडिंग कराकर भारी वाहनों की एंट्री पर रोक लगा दी।

सीओ सिटी कमलेश कुमार ने बताया कि कन्नौज में नदी पर बने पुल के स्लैब के खिसकने के कारण कंपन हो रहा था। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग की टीम को भेजा। टीम के सदस्‍यों ने कहा कि जब तक एनएचआई की टीम निरीक्षण नहीं कर ले, तब तक के लिए भारी वाहनों के प्रवेश को रोक दिया जाए, लेकिन हल्के वाहनों को चलने की इजाजत है। बड़े वाहन, ट्रक और डंपर जैसे वाहन नहीं जा सकते हैं।

हरदोई और कन्नौज जिले को जोड़ने वाली पुल के दरकने की जानकारी मिलते ही सीओ सिटी कमलेश कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण कर पुल क्रैक होने की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस को भेजकर पुल पर बैरिकेडिंग करवाई गई और भारी वाहनों की एंट्री रोक दी गई। पुल के दोनों ओर पुलिस कर्मियों की तैनाती कर दी गई है, जो भारी वाहनों को गंगा पुल की ओर जाने से रोक रहे हैं।

बताया गया कि पुल के एक पिलर के धंसने की जानकारी मिलते ही मेहंदीपुर और गंगागंज गांव के रहने वाले ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। बताया गया कि पुल की जांच करने के लिए टीम बुलाई जा रही। उत्तर प्रदेश के कन्नौज जनपद में करीब 35 वर्ष पूर्व भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1 सितंबर 1989 को महादेवी घाट पर गंगा पुल का उद्घाटन किया था। पुल निर्माण होने से हरदोई और कन्नौज जिलों के बीच की दूरी कम हो गई। इसका लाभ आम जनमानस को मिल रहा है।

इस पर भारी वाहन मौरंग गिट्टी लाद कर काफी संख्या में निकलते थे। बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात पुल के नीचे लगे रोलर की बेयरिंग टूट जाने से पुल करीब दो इंच धंस गया है। इसके बाद प्रशासन भी हरकत में आ चुका है।

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