फिर संभल पहुंची ASI की चार सदस्यीय टीम, करीब डेढ़ सौ साल पुराने बांके बिहारी मंदिर से टीम ने सैंपल जुटाए

संभल
उत्तर प्रदेश के संभल जिले की तहसीस चंदौसी में बावड़ी की खुदाई के दौरान श्री बांके बिहारी मंदिर का एएसआई की चार सदस्यीय टीम ने सर्वे किया। करीब डेढ़ सौ साल पुराने बांके बिहारी मंदिर से एएसआई की टीम ने सैंपल जुटाए हैं। बता दें कि यह बांके बिहारी मंदिर पिछले चौदह सालों से बंद पड़ा था। जिसके चलते मंदिर खंडहर बन गया है।

आपको बता दे संभल जिले की तहसील चंदौसी के लक्ष्मणगंज मौहल्ले में स्थित बावड़ी की खुदाई तथा श्री बांके बिहारी मंदिर को लेकर के बीती 21 दिसंबर को तहसील समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पैसिया को एक शिकायती पत्र सोपा गया था। जिसमें बावड़ी की खुदाई तथा श्री बांके बिहारी मंदिर के जीर्णोदार करने की मांग की गई थी। इसी के चलते डीएम के निर्देशन में एएसआई की चार सदस्यीय टीम बावड़ी की खुदाई के साथ-साथ श्री बांके बिहारी मंदिर का सर्वे करने पहुंची। जहां इस टीम ने मंदिर के चारों ओर घूम कर सैंपल लिए हैं।

46 साल पुराने शिव मंदिर में सुबह-शाम हो रही आरती
गौरतलब हो कि बीते दिनों संभल के मोहल्ला खग्गू सराय में 46 साल से बंद शिव मंदिर मिला था। जिसमें भगवान शिव की शिवलिंग और हनुमान जी की मूर्ति भी मिली थी। अब इस मंदिर में श्रद्धालु खुशी खुशी रोजाना सुबह-शाम आरती करते हैं। इसमें भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इस प्राचीन मंदिर में दर्शन के लिए दूर दराज से भी लोग पहुंच रहे हैं।

अधिकारियों ने अपने हाथ से की सफाई
14 दिसंबर को प्रशासन की पहल पर 1978 के दंगों के बाद से बंद इस शिव मंदिर का ताला खोला गया। अधिकारियों ने अपने हाथ से इसकी सफाई की थी। इसके बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। आपको बता दें कि 1978 के दंगों के बाद खग्गू सराय से हिंदू परिवार जब पलायन कर रहे थे, तब मुस्लिम आबादी से घिरे शिव मंदिर में भी ताला लगा दिया गया था।

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