भोपाल
मध्यप्रदेश में नए साल का स्वागत घने कोहरे और कड़ाके की ठंड के साथ हुआ। भोपाल और उज्जैन समेत कई शहरों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी 100 मीटर तक सीमित हो गई। मौसम विभाग ने जनवरी में 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान लगाया है। प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में कोल्ड-डे की स्थिति बनी रहेगी।
नर्मदापुरम, इंदौर, रायसेन में 500 से 1000 मीटर और ग्वालियर, राजगढ़, शिवपुरी, जबलपुर में 1-2 किमी की विजिबिलिटी रही। छतरपुर के नौगांव की रात सबसे ठंडी रही। यहां पारा 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बर्फबारी की वजह से बढ़ेगी ठंड
जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, लद्दाख में बर्फबारी हो रही है। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलेगी। जिससे उत्तरी हवा चलेगी और मध्यप्रदेश में ठंड का असर बढ़ जाएगा। इस कारण जनवरी में प्रदेश का मौसम ठंडा ही रहेगा।
जनवरी में 20-22 दिन चल सकती है शीतलहर
मौसम विभाग के अनुसार, जनवरी में 20 से 22 दिन तक शीतलहर और कोल्ड डे का असर रह सकता है। शुरुआती दो दिन में ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में शीतलहर का असर देखने को मिलेगा। इसके बाद पूरे प्रदेश में असर बढ़ जाएगा।
गुना में 6.5 डिग्री, सागर में 6.7 डिग्री, राजगढ़ में 7.6 डिग्री, मंडला में 7.7 डिग्री, टीकमगढ़ में 7.9 डिग्री, मलाजखंड में 8 डिग्री, रतलाम-रायसेन में 8.3 डिग्री, उमरिया में 8.5 डिग्री, नरसिंहपुर में 9 डिग्री, खजुराहो-सतना में 9.4 डिग्री दर्ज किया गया। बाकी शहरों में भी पारे में गिरावट देखने को मिली।
2 जनवरी
ग्वालियर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया और भोपाल समेत अन्य जिलों में हल्के से मध्यम कोहरे का अनुमान है। मंदसौर, जबलपुर और पन्ना जैसे जिलों में शीतलहर का असर बना रहेगा।
3 जनवरी
नीमच, मंदसौर, ग्वालियर, श्योपुर और सतना जैसे जिलों में कोहरे की स्थिति बनी रहेगी।
राजधानी भोपाल में पारा 8.4 डिग्री, जबलपुर में 9 डिग्री, ग्वालियर में 9.9 डिग्री, उज्जैन में 11.8 डिग्री और इंदौर में 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नवंबर-दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ने वाली ठंड जनवरी में भी जमकर असर दिखाएगी। मौसम विभाग का कहना है कि जनवरी में 20 से 22 दिन तक शीतलहर चल सकती है।
उत्तरी हिस्से यानी, ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के जिलों में कोल्ड-डे की स्थिति बनेगी। शुरुआती 3 दिन प्रदेश के आधे हिस्से में कोहरा रहेगा। कुछ जिलों में शीतलहर भी चलेगी। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) की एक्टिविटी के चलते दिसंबर के आखिरी दिनों में बारिश और ओले का दौर रहा।
भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन समेत 45 से अधिक जिलों में बारिश हुई। वहीं, 20 जिले ऐसे रहे, जहां ओले भी गिरे। बारिश का दौर खत्म होते ही ठंड का असर बढ़ गया। ऐसा मौसम जनवरी में पूरे महीने ही बना रहेगा। इससे पहले साल 2024 की आखिरी रात भी ठंडी रही।
नवंबर-दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी ठंड इस बार कड़ाके की ठंड पड़ रही है। नवंबर-दिसंबर में ठंड रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। नवंबर की बात करें तो भोपाल में तो 36 साल का रिकॉर्ड टूटा है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी पारा सामान्य से 7 डिग्री तक नीचे रहा। वहीं, दिसंबर में भी ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ा। स्थिति यह रही कि पूरे प्रदेश में जनवरी से भी ठंडा दिसंबर रहा। भोपाल समेत कई शहरों में ठंड ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। 9 दिन से शीतलहर चली। भोपाल में दिसंबर की सर्दी ने 58 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग बदल दी गई है, जबकि भोपाल के वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को सर्दी से बचाने के लिए हीटर लगाए गए। भगवान को भी ठंड से बचाने के लिए जतन किए गए।