गुणवत्ता एवं कार्यकुशलता सुनिश्चित करने के लिये सतत् प्रशिक्षण आवश्यक : मंत्री सिंह
मंत्री सिंह ने प्रदेश स्तरीय कार्यशाला की तैयारियों सहित की विभागीय समीक्षा बैठक
मंत्री सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम दक्षता बढ़ाने के साथ कार्य क्षमता में भी वृद्धि करते
भोपाल
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और कार्य कुशलता को बढ़ाने के लिए विभागीय इंजीनियर्स के नियमित प्रशिक्षण को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम दक्षता बढ़ाने के साथ कार्य क्षमता में भी वृद्धि करते हैं।
मंत्री सिंह ने 17 जनवरी को प्रदेश के सभी संभागों में एक साथ आयोजित की जा रही “सड़क, भवन और पुल निर्माण में गुणवत्ता नियंत्रण और परियोजना प्रबंधन” विषय पर कार्यशाला की तैयारियों की निर्माण भवन में समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को आयोजन की रूपरेखा और क्रियान्वयन संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मंत्री सिंह ने कहा कि विकसित प्रदेश से विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में इंजीनियर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। इंजीनियर्स का समय-समय पर प्रशिक्षण आयोजित कर उन्हें नवीन निर्माण तकनीकों सहित समसामयिक विषयों से प्रशिक्षित किया जाना आवश्यक है ।
मंत्री सिंह ने कहा, “हमें गर्व के साथ यह कहना चाहिए कि ‘यह निर्माण हमने किया है’।” उन्होंने अधिकारियों और इंजीनियर्स से कहा कि “लोक निर्माण से लोक कल्याण” की भावना को मूर्त रूप देने का यह सुनहरा अवसर है, जिसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ पूरा किया जाना चाहिए। मंत्री सिंह ने बताया कि प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का उद्देश्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, नियोजन और प्रबंधन को बेहतर बनाना है। इससे लोक निर्माण विभाग की कार्य प्रणाली और अधिक प्रभावशाली होगी।
बैठक में मंत्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रशिक्षण कार्यशाला संबंधी सभी तैयारियां समय पर पूरी की जाएं। उन्होंने विभाग से संबंधित विभिन्न समसामयिक विषयों पर विस्तार से चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
बैठक में एमडी भवन निर्माण डॉ. पंकज जैन, ईएनसी के.पी.एस. राणा, ईएनसी भवन बघेल सहित अधिकारी उपस्थित रहे।