नई दिल्ली
गणतंत्र दिवस के भव्य आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर है। आज राजधानी दिल्ली में घने कोहरे के बीच कर्तव्य पथ पर रक्षा कर्मियों ने फुल-ड्रेस रिहर्सल की। इस बार परेड में देश के 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियां शामिल हैं। कर्तव्य पथ पर भारत की विविधता और सांस्कृतिक धरोहरों की झलकियां देखने को मिलेंगी।
76वें गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। वे 25 जनवरी को दो दिन की यात्रा पर भारत आएंगे। बता दें कि 2024 में राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी भारत की पहली यात्रा होगी।
गणतंत्र दिवस परेड में इस बार देशवासियों को भारतीय सेना के स्वदेशी और अत्याधुनिक हथियार, मिसाइल सिस्टम, टैंक, आधुनिक कम्युनिकेशन यंत्र और विशेष वाहन देखने को मिलेंगे। इनमें नाग मिसाइल सिस्टम, टी-90 भीष्म टैंक, सारथ टैंक, ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर, चेतक ऑल टेरेन व्हीकल, बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन, अग्निबाण मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर शामिल हैं।
इनके अलावा गणतंत्र दिवस पर भारतीय सेना अपने कपिध्वज स्पेशलिस्ट मोबिलिटी वाहन, आधुनिक नंदीघोष क्विक रिएक्शन फोर्स वाहन, शॉर्ट ब्रिज सिस्टम, संजय बैटल फील्ड सर्विलांस सिस्टम, आकाश मिसाइलों से लैस आकाश आर्मी लॉन्चर का भी प्रदर्शन करेगी। पिछले काफी समय से सेना के जवान गणतंत्र दिवस परेड के लिए रिहर्सल कर रहे हैं।
वहीं, जम्मू और कश्मीर राइफल्स के मार्चिंग दल का नेतृत्व मेजर विक्रमजीत सिंह कर रहे हैं। उन्होंने इसे बेहद गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि उनके रेजिमेंट का मार्चिंग दल गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने जा रहा है। यह उनके और पूरी रेजिमेंट के लिए बेहद गर्व की बात है। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ भी उनकी रेजिमेंट से हैं।